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कुलपति की रेस में संगीत विवि के 3 प्रोफेसर
10-Dec-2024 3:12 PM
कुलपति की रेस में संगीत विवि के 3 प्रोफेसर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
खैरागढ़, 10 दिसंबर।
एशिया प्रसिद्ध इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ के कुलपति चयन की कवायद शुरू होते ही कुलपति बनने उठा पटक शुरू हो चुका है। 
इंदिरा कला संगीत विवि की पूर्व कुलपति मोक्षदा (ममता) चंद्राकर को राज्यपाल ने 21 जून 2024 में कुलपति को तत्काल प्रभाव से हटाए जाने का आदेश जारी किया था। मोक्षदा चंद्राकर छत्तीसगढ़ की प्रथम कुलपति है जिसे राजभवन द्वारा बर्खास्त किया गया है। इनका लगभग 1 साल का कार्यकाल शेष था। पूर्व कुलपति को बर्खास्त किए जाने से रिक्त कुलपति चयन की प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है। 

प्राप्त जानकारी अनुसार इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय के तीन प्रोफेसर  डॉक्टर राजन यादव, प्रोफेसर व्ही नागदांस एवं प्रोफेसर नीता गहरवार ने कुलपति पद हेतु अपना आवेदन प्रस्तुत किया है। इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय कला एवं ललित कला को समर्पित है ऐसे में कयास लगाया जा सकता है कि संगीत, वादन, नृत्य एवं कला से संबंधित प्रोफेसर कलाकार को कुलपति का दायित्व सौंपा जा सकता है।

डॉ राजन यादव साहित्य विधा से आते हैं जो हिंदी विभाग के अध्यक्ष तथा वर्तमान में दृश्य कला संकाय के अधिष्ठाता हैं। व्ही नागदांस ग्राफिक्स के अंतरराष्ट्रीय ख्याति लब्ध कलाकार हैं जिनकी गिनती भारत के टॉप टेन आर्टिस्ट में की जाती है। 

प्रोफेसर नागदास ग्राफिक्स विभाग के अध्यक्ष एवं दृश्य कला संकाय के अधिष्ठाता पद पर कार्य कर चुके हैं तथा वर्तमान में राष्ट्रीय कला अकादमी के अध्यक्ष पद पर स्थापित है। प्रोफेसर नीता गहरवार नृत्य संकाय की अधिष्ठाता है तथा कथक नृत्य विधा से संबंधित है, लेकिन इनका मामला विवादास्पद है। हाल ही में नृत्य संकाय में कार्यरत सहायक प्राध्यापक जितेश गड़पायले ने जातिगत प्रताडऩा का आरोप लगाते हुए आयोग में शिकायत की थी। शिकायत के जांच के बाद आरोप सहि पाए जाने पर प्रोफेसर नीता गहरवार, पूर्व कुल सचिव (प्रभारी) पर धारा 3(1) द एवं धारा 3 (1) घ के तहत पुलिस द्वारा मामला पंजीबद्ध किया गया है। अधीनस्थ शिक्षक को जातिगत प्रताडऩा का मामला थाने से लेकर राजभवन तक पहुंच चुका है। वर्तमान में नीता गहरवार जमानत पर बाहर हैं। कुल मिलाकर इन तीनों आवेदकों में प्रोफेसर व्ही नागदास का पलड़ा भारी नजर आता है। इसके साथ ही अन्य और कई लोगों ने आवेदन किया है, जिसे गठित समिति द्वारा अनुशंसित उम्मीदवारों की सूची  राज्यपाल को सौंपा जाएगा। उम्मीद है कि दिसंबर अंत तक इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय को अपना नया कुलपति मिल जाएगा।
 


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