खैरागढ़-छुईखदान-गंडई

देवारीभाठ में सर्किल स्तरीय भोजली महोत्सव
22-Aug-2024 2:25 PM
देवारीभाठ में सर्किल स्तरीय भोजली महोत्सव

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
खैरागढ़, 22 अगस्त।
सर्किल लोधी समाज खैरागढ़ एवं ग्राम देवारीभाठ के संयुक्त तत्वाधान में सर्किल स्तरीय भोजली महोत्सव का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्य अथिति के रूप में लांजी विधायक राजकुमार कर्राहे, अध्यक्षता खैरागढ़ विधायक यशोदा निलांबर वर्मा  एवं विशिष्ट के रूप में राष्ट्रीय लोधी समाज उपाध्यक्ष  कमलेश्वर वर्मा, भुखन जंघेल संरक्षक,  टी. के चंदेल संरक्षक, मूलचंद लोधी संरक्षक, तुसारिका चंदेल राष्ट्रीय लोधी समाज कार्यकारणी सदस्य, जिला पंचायत सदस्य पुष्पा वर्मा व  निर्मला विजय वर्मा, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष लोधी समाज  सीमा कौशिक के कर कमलों से सम्पन्न हुआ। 

सर्किल लोधी समाज खैरागढ़ के इस कार्यक्रम में लोधी समाज की परम्परा अनुसार प्रथम विवाहित बेटियों का भोजली महोत्सव पर उजेना संस्कार का कार्यक्रम किया जाता है। इस विलुप्त होती परम्परा को पुर्नजीवित करने हेतु सामुहिक उजेना का कार्यक्रम इसी महोत्सव में कराया गया तथा उक्त उजेनहिन 29 बेटियों का सम्मान साड़ी एवं श्रृंगार भेंट कर सर्किल लोधी समाज खैरागढ़ द्वारा किया गया। सभी उजेनहिन बेटियों द्वारा परम्परा अनुसार सामूहिक सुआ नृत्य किया गया।

सर्किल लोधी समाज खैरागढ़ द्वारा आयोजित भोजली महोत्सव पर जिले की सभी सर्किल को सुआ नृत्य प्रतियोगिता में भाग लेने हेतु निमंत्रण दिया गया था। जिसके फलस्वरूप सर्किल खैरागढ़, सर्किल धमधा, सर्किल छुईखदान, सर्किल पाड़ादाह, सर्किल गंडई के बहनों ने प्रतियोगिता में भाग लिये। जिसमें प्रथम पुरस्कार जय तुलसी के चैरा सुआ नृत्य मुन्नी बाई एवं साथी ग्राम सहसपुर को 5001 रू, द्वितीय स्थान जय अम्बे सुआ नृत्य समूह कौशिल्या वर्मा एवं साथी दिलीपपुर को 3001 रू, तृतीय स्थान सतकबीर साहेब बालिका सुआ नृत्य मंडली मोना एवं साथी देवारीभाठ ने 1501 रू. प्राप्त किया। 

उक्त कार्यक्रम में सर्वश्रेष्ठ वेशभूषा का पुरस्कार अवंती सुआ नृत्य समुह कुमारी हुमंत वर्मा एवं साथी अवंती पब्लिक स्कूल खैरागढ़ ने 1100 रू. प्राप्त किया तथा उक्त महोत्सव में भाग लेने वाले सभी प्रतियोगी समूह को सांत्वना पुरस्कार 701 रू. सर्किल लोधी समाज खैरागढ़ द्वारा ससम्मान भेंट किया।

लोधी समाज के पारम्परिक त्यौहार भोजली पर्व है। जिसमें लोधी समाज के लोगो द्वारा सावन के शुक्ल पक्ष के नवमी के दिन घर घर भोजली बोते हैं जिसे भाद्र पक्ष के प्रथम दिन सामूहिक रूप से एक जगह इकठ्ठा कर अतिथियों द्वारा पूजा-अर्चना कराकर विषर्जन करते हैं। इसी परम्परा को निभाते हुए सर्किल लोधी समाज खैरागढ़ द्वारा पुरस्कार भी रखा गया था। जिसमें प्रथम पुरस्कार महिला लोधी समाज खैरागढ़ द्वारा कुमारी अम्बे वर्मा ग्राम दपका टेकापार को 1001, द्वितीय पुरस्कार गणेस्वर बाई ग्राम देवारीभाट 701, तृतीय पुरस्कार सविता वर्मा 501, चतुर्थ पुरस्कार कुमारी निशा सहसपुर 301 एवं पंचम पुरस्कार कुमारी नम्रता वर्मा ग्राम कातलवाही को 101 रूपए ससम्मान भेंट किया गया।

सर्किल लोधी समाज खैरागढ़ द्वारा विगत दिनों समाजिक बैठक कर मृत्यु भोज में सादा भोजन, तथा मृत्यु उपरांत पितांड़ी उड़ाने पर पाबंदी एवं तालाब में चुड़ी उतराई के समय साड़ी भेंट करने पर पाबंदी जैसे सामाजिक कुरितियों को दूर करने के लिये सर्किल लोधी समाज खैरागढ़ में नियम बनाया गया, जिसके नियम को पालन करने वाले ग्रामों जिसमें ग्राम कातलवाही, ग्राम कुलीकसा एवं ग्राम टेकापार कला के समाज प्रमुखो को सम्मामिन किया गया।
उपरोक्त कार्यक्रम में सर्किल लोधी समाज में हजारों की संख्या में ग्रामीणजन व लोधी समाज के लोग उपस्थित रहे।
 


अन्य पोस्ट