खैरागढ़-छुईखदान-गंडई
शिकायत कर न्याय की मांग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
खैरागढ़, 18 मई। अनुसूचित जाति के शिक्षक के साथ दुव्र्यवहार एवं प्रताडऩा का मामला प्रकाश में आया है। गौरतलब हो कि इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ के कथक नृत्य विभाग में कार्यरत डांस के शिक्षक डॉ. जितेश कुमार गढ़पायले द्वारा छत्तीसगढ़ अनुसूचित जाति आयोग रायपुर में शिकायत कर न्याय की मांग की है।
श्री गढ़पायले ने अपने शिकायत पत्र में कथक नृत्य विभाग के अधिष्ठाता एवं विभाग अध्यक्ष तथा वर्तमान प्रभारी कुल सचिव डॉ. नीता गहरवार पर कई आरोप लगाए हैं। उन्होंने शिकायत करते हुए आरोप लगाया कि डॉ. गहरवार के अनैतिक कार्यों में साथ नहीं देने के कारण मुझे जातिगत प्रताडऩा देते हुए हमेशा नीचा दिखाने का प्रयास किया गया है।
अपनी शिकायत में इन्होंने यह भी कहा है कि वर्तमान कुलपति और प्रोफेसर नीता गहरवार विभिन्न अवसरों पर मुझे ईमानदारी एवं पूर्ण निष्ठा के साथ कार्य करने पर भी अनुसूचित जाति होने के कारण डांट-डपट कर नीचा दिखाने का प्रयास किया गया। इतना ही नहीं शासन के आदेश के बावजूद कोरोनाकाल में मैं बीमार था, इसकी जानकारी देने के बावजूद भी मेरा वेतन काट दिया गया।
दुव्र्यवहार एवं मानसिक प्रताडऩा देते हुए मेरे प्रमोशन को रोक दिया गया तथा मुझ पर गलत तरीके से आरोप लगाकर मुझे सस्पेंड भी कर दिया गया है और यह सब इसलिए किया गया क्योंकि मैं अनुसूचित जाति का हूं और मैं इनके मन मुताबिक अनैतिक कार्यों में साथ नहीं देता था। पत्र के माध्यम से शिकायत करते हुए उन्होंने इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई करते हुए न्याय की मांग की है।
इस संबंध में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक का कहना है कि मैं अभी कुछ भी कहने के लिए अधिकृत नहीं हूं गोपनीय जांच चल रही है।


