खैरागढ़-छुईखदान-गंडई

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गंडई, 12 जनवरी। रानी अवंतीबाई लोधी कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र छुईखदान में एकीकृत राष्ट्रीय बागवानी मिशन एवं उद्यानिकी विभाग राजनांदगांव के सौजन्य से 200 घंटे का माली प्रशिक्षण कार्यक्रम 9 से 17 जनवरी तक कराया जा रहा है। इस प्रशिक्षण के तहत प्रशिक्षणार्थियों को विभिन्न नर्सरी एवं उनके आधुनिक तकनीकी संबंधी जानकारी के लिए 9 जनवरी को माली प्रशिक्षणार्थियों को इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर स्थित संरक्षित एवं सुनियोजित खेती, उत्कृष्ठता केन्द्र, उद्यानिकी नर्सरियों, कृषि संग्रहालय, फल-फूल एवं सब्जी प्रदर्शनी एवं विभिन्न कृषि प्रक्षेत्रों का भ्रमण कराया गया।
इस दौरान प्रशिक्षणार्थियों ने संरक्षित खेती करने के तरीकों के बारें में जानकारी प्राप्त की। रायपुर स्थित इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर अंतर्गत संचालित उद्यानिकी नर्सरी का भ्रमण करते प्रक्षेत्रों में लगे विभिन्न प्रकार के सब्जी, फल एवं फूल फसलों के बारे में जानकारी ली। भ्रमण के दौरान प्रशिक्षणार्थियों को कृषि संग्रहालय ले जाया गया, जहां रखे हुए विभिन्न कृषि संबंधी तकनीकों के बारे में प्रत्यक्ष रूप से जानकारियां ली।
नर्सरी भ्रमण के दौरान प्राध्यापक सब्जी विज्ञान डॉ. जीएल शर्मा ने उद्यानिकी प्रक्षेत्र में लगे विभिन्न फल-फूल एवं सब्जियों के विभिन्न किस्मों के बारे में जानकारी दी। इस दौरान डॉ. राकेश कुमार अग्रवाल ने प्रशिक्षणार्थियों को संरक्षित खेती के बारे में जानकारी प्रदान किया एवं राकेश कुमार पटेल ने सुनियोजित खेती में लगने वाले फल-फूल एवं सब्जियों के बारे में बताया।
प्रशिक्षणार्थियों को रायपुर में चल रहे प्रकृति की ओर सोसायटी द्वारा आयोजित तीन दिवसीय फल-फूल एवं सब्जी प्रदर्शनी में विभिन्न तकनीकों जैसे बोनसाय, विभिन्न प्रकार के फल-फूल, पौधे मुनगा पत्ती की चाय, शोभायमान पौधे आदि प्रदर्शनियों का अवलोकन कर जानकारी प्राप्त की। यह भ्रमण डॉ. एके गुप्ता, आरके शर्मा, डॉ. बीएस असाटी के मार्गदर्शन में नारायण वर्मा, डॉ. सेवक ढेके, डॉ. योगेश्वरी साहू व पूनम तिवारी के नेतृत्व में किया गया।