कवर्धा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कवर्धा/बोड़ला, 16 मार्च। कबीरधाम जिले के वन विकास निगम के क्षेत्र में जंगलों में पाई जाने वाली अलग-अलग विभिन्न प्रकार के दुर्लभ पक्षियों का छर्रा वाली बंदूकों से शिकार करते हुए 3 ग्रामीणों को वन विभाग की टीम ने रंगे हाथों पकड़ा है।
वन विकास निगम के कक्ष क्रमांक 1422 में रविवार को इंडियन ग्रे हॉर्नबिल इंडियन रोलर पैराकीट स्पार्टिड कॉमन मैना तथा गिलहरी का शिकार कर रहे थे। तीनों शिकारियों द्वारा छर्रे वाली बंदूक से 21 दुर्लभ पक्षियों व दो गिलहरियों को मार गिराया था।
मारे गए पक्षियों को बेचने की फिराक में वन विकास निगम की टीम ने रंगे हाथों पकड़ा। तीनों शिकारियों के पास से बंदूक छर्रा मोटरसाइकिल थैला व अन्य सामग्री जब्त की गई है।
वन विकास निगम के अधिकारी ने बताया कि सुनील कुमार धुर्वे निवासी ग्राम छिरहा पंडरिया, घनश्याम सिंह परस्ते,श्रीवर सिंह परस्ते पिपरहा ,बुधराम धुर्वे के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। मृतक पक्षियों और गिलहरियों का पोस्टमार्टम डॉ. सोनम मिश्रा वन्य प्राणी पशु चिकित्सक भोरमदेव वन्य प्राणी अभ्यारण तथा स्थानीय पशु चिकित्सकों द्वारा किया गया।
वन परिक्षेत्र अधिकारी वन विकास निगम वैभव साहू ने बताया कि व्यवहार न्यायालय ने इनकी बेल को खारिज करते हुए 27 मार्च तक के रिमांड में भेज दिया।
वन विभाग को मिली बड़ी कामयाबी
कवर्धा मंडल की वन विभाग की टीम द्वारा की गई त्वरित कार्रवाई के चलते अवैध शिकार कर रहे अपराधियों को पकड़ा जा सका और उनके खिलाफ कार्यवाही को अंजाम दिया गया वन्यजीव अपराध की पूरे केस को निराकरण करने का प्रबंध संचालक पीसी पांडे तथा प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं मुख्य वन्य प्राणी अभी रक्षक पी वी नरसिंह राव का सतत विशेष मार्गदर्शन रहा।