जशपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जशपुरनगर, 11 दिसंबर। जिले में विद्यार्थियों की बौद्धिक क्षमता, तर्कशीलता, निर्णय कौशल तथा खेल भावना को बढ़ावा देने के उद्देश्य से चेकमेट एट जशपुर शतरंज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
स्कूल और विकासखंड स्तर के बाद पत्थलगांव के पीएम श्री स्कूल में जिला स्तरीय शतरंज प्रतियोगिता का समापन हुआ। समापन समारोह में विधायक पत्थलगांव गोमती साय एवं कलेक्टर रोहित व्यास सहित स्थानीय जनप्रतिनिधिगण शामिल हुए। प्रतियोगिता में बड़ी संख्या में बच्चों ने हिस्सा लिया। अतिथियों ने फाइनल के आठ विजेताओं को प्रशस्ति पत्र, स्मृति चिन्ह तथा रैंक के अनुसार 2,000 से 5,000 रुपये तक के नगद पुरस्कार प्रदान गए।
प्रथम स्थान पर बगीचा के प्रिंस ठाकुर रहे, जिन्हें 5 हजार रुपये और विजेता कप प्रदान किया गया। द्वितीय स्थान पर प्रांजल शर्मा बगीचा को 3 हजार रुपये और ट्रॉफी दी गई। तृतीय स्थान पर जशपुर के एलेन एफल लकड़ा रहे, जिन्हें 2,500 रुपये का पुरस्कार मिला। चौथे स्थान पर हर्ष साहू को 2,500 रुपये का पुरस्कार प्रदान किया गया। पाँचवें स्थान पर मनोरा के राज्य वर्धन सिंह, छठे स्थान पर पत्थलगांव के सतीश तिग्गा, सातवें स्थान पर सिद्धिविनायक एक्का और आठवें स्थान पर कांसाबेल के योगेश पैंकरा को 2,000 रुपये के नगद पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
इसके साथ ही राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले ऑर्बिटर को भी समारोह में सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में स्कूली बच्चों, अभिभावकों, प्रशिक्षकों और शिक्षकों की उपस्थिति ने आयोजन को और गरिमामय बनाया। प्रतियोगिता सफलतापूर्वक संपन्न हुई और समापन कार्यक्रम में प्रतिभागियों के उत्साह तथा खेल भावना का विशेष रूप से प्रदर्शन देखने को मिला। इस अवसर पर विधायक गोमती साय ने अपने संबोधन में कहा कि शतरंज जैसे बौद्धिक खेल बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए अत्यंत आवश्यक हैं।
उन्होंने कहा कि यह खेल जीवन की चुनौतियों का सामना करना सिखाता है और कठिन परिस्थितियों में भी संतुलित निर्णय लेने की क्षमता विकसित करता है। विधायक ने बच्चों से कहा कि वे खेलों के माध्यम से आत्मविश्वास बढ़ाएँ और निरंतर सीखने की जिज्ञासा बनाए रखें।
समारोह को संबोधित करते हुए कलेक्टर रोहित व्यास ने कहा कि शतरंज केवल खेल नहीं, बल्कि जीवन जीने की कला सिखाता है। उन्होंने कहा कि यह खेल बच्चों में धैर्य, समय-प्रबंधन, त्वरित निर्णय क्षमता और रणनीतिक सोच विकसित करता है। कलेक्टर ने बच्चों को नियमित अभ्यास के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि आने वाले समय में जशपुर के खिलाड़ी राज्य और राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में अपनी अलग पहचान बनाएँगे।


