जशपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जशपुरनगर, 3 नवंबर। जिलेभर में रविवार को ईसाई समाज ने श्रद्धा और भक्ति भाव से कब्र पर्व (ऑल सोल्स डे) मनाया। इस अवसर पर समाज के लोगों ने अपने पूर्वजों के कब्रों को साफ-सुथरा कर फूल-मालाओं और मोमबत्तियों से सजाया तथा उनकी आत्मा की शांति के लिए विशेष प्रार्थनाएँ कीं।
शहर के शांति भवन पारिश में सुबह से ही मसीहीयों की भीड़ उमड़ पड़ी। वहीं कालेज रोड, डोडक़ा चौरा, प्रेमनगर, सारुडीह, जकबा, सिटोंगा और काईंकछार सहित जिले के सभी कब्रिस्तानों में मिस्सा अनुष्ठान आयोजित किए गए।
सारुडीह के नये कब्रिस्तान में सुबह 6 बजे से मिस्सा प्रार्थना का आयोजन हुआ, जिसमें मुख्य अनुष्ठाता के रूप में फादर फूलजेन्स एक्का और सह-अनुष्ठाता फादर नवीन केरकेट्टा ने मिस्सा पाठ सम्पन्न कराया।
अपने उपदेश में फादर फूलजेन्स एक्का ने कहा कि प्रभु येशु का वचन कहता है— जो मुझमें विश्वास करते हुए जीता है, वह मरने पर भी कभी नहीं मरेगा।
उन्होंने समाज के लोगों से आग्रह किया कि वे अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए न केवल इस दिन, बल्कि प्रतिदिन प्रार्थना करें।
कब्र त्यौहार के इस अवसर पर बड़ी संख्या में ईसाई समाज के लोग शामिल हुए। उन्होंने अपने पूर्वजों के प्रति श्रद्धा व्यक्त करते हुए फूल, मोमबत्तियाँ और प्रार्थनाएँ अर्पित कीं। पूरे दिन कब्रिस्तानों में भक्ति, शांति और स्मरण का माहौल बना रहा।


