जशपुर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जशपुर, 6 सितंबर। छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में भी जंगली हाथियों का आतंक जारी है, बीती रात हाथियों के दल ने चर्च की दीवार को तोडक़र वहां रखे अनाज को खा कर और फैला कर नुकसान पहुँचाया है। इस घटना के बाद जहां लोगों में दहशत व्याप्त है वहीं हाथियों के बढ़ते आतंक को देखकर ग्रामीणों में आक्रोश भी देखा जा रहा है।
बीती रात जशपुर जिले के कांसाबेल वन परिक्षेत्र के दोकड़ा पोखरटोली में बिलिक्र्स ईस्टर्न चर्च में जंगल से निकल कर चार हाथी पहुंचे और जमकर कहर बरपाया है।
हाथियों के इस दल ने एक चर्च की चारदीवारी को तोड़ते हुए चर्च के पीछे बने एक मकान में रखे चावल और धान के भंडार को भी हाथी ने खाया और फैलाया है। इस दौरान समाजसेवा कार्य के लिए रखे बर्तन, चावल व खाद्य सामग्री को भी हाथियों ने काफी नुकसान पहुंचाया है।
गाँव के ग्रामीणों ने बताया कि पत्थलगांव से 3 हाथी और सीतापुर और 1 हाथी कांसाबेल पहुंच कर उत्पात मचा रहे हैं। गाँव के ग्रामीणों का आरोप है कि हाथियों के लगातार बढ़ते आतंक के बावजूद वन विभाग के द्वारा उनकी सुरक्षा के लिए कोई ठोस उपाय नहीं किया जा रहा बल्कि औपचारिकता पूरा करने में लिए स्कूल में जागरूकता अभियान ही चलाया जाता है।
गाँव के ग्रामीणों ने बताया की पिछले सप्ताह ही दोकड़ा क्षेत्र में जो हाथियों का एक दल विचरण कर रहा था वही हाथियों के दल ने चर्च को निशाना बना कर तोड़ा है। अचानक हाथी के बस्ती के अंदर आ जाने से अफरा-तफरी का माहौल निर्मित हो गया था, गाँव के ग्रामीण बड़ी मुश्किल से हो हल्ला कर हाथियों के दल को वापस जंगल की तरफ भगाया, तब तक हाथियों के काफी नुकसान पहुंचा चुके थे।
इस मामले में वन विभाग के कांसाबेल रेंजर प्रभावती चैहान ने बताया कि पिछले एक सप्ताह से चार हाथी दोकड़ा इलाके में विचरण कर रहा है। उन्होंने बताया कि हाथियों ने बीती रात चर्च में काफी नुकसान किया है। वन विभाग की टीम नुकसान का आंकलन कर मुआवजे की कार्रवाई में जुटी हुई है।