जशपुर

18वें दिन भी हड़ताल जारी, स्वास्थ्य सेवाएं ठप
जशपुरनगर, 4 सितंबर। प्रांतीय आह्वान पर 18 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर डटे एनएचएम कर्मचारियों के खिलाफ शासन ने सख्ती दिखाते हुए काम पर लौटने का नोटिस जारी कर दिया है। साथ ही राज्य स्तरीय पदाधिकारियों के निलंबन के आदेश भी जारी किए गए हैं। हालांकि कर्मचारियों ने नोटिस को ठुकराते हुए आर-पार की लड़ाई का ऐलान कर दिया है।
कर्मचारियों का आक्रोश
हड़ताली कर्मचारियों ने पूर्व में आयुक्त एनएचएम द्वारा जारी नोटिस की प्रतियां जलाकर साफ कर दिया था कि वे किसी भी दंडात्मक कार्रवाई से डरने वाले नहीं हैं। संघ के जिला अध्यक्ष शत्रुघ्न देव बघेल ने कहा कि जब तक हमारी प्रमुख मांगें—नियमितीकरण, ग्रेड पे निर्धारण, लंबित 27 फीसदी वेतनवृद्धि और अनुकंपा नियुक्ति पूरी नहीं होतीं, हड़ताल जारी रहेगी।
स्वास्थ्य सेवाएं ठप
हड़ताल के चलते जिले के सभी आयुष्मान आरोग्य मंदिर, प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, जिला अस्पताल और ब्लॉक व जिला कार्यालयों का कामकाज ठप है। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं पर सबसे ज्यादा असर पड़ा है।
सरकार का दावा, कर्मचारी नाखुश
शासन का कहना है कि एनएचएम कर्मचारियों की पांच मांगों को पूरा किया जा चुका है। लेकिन कर्मचारियों ने इसे महज ‘आश्वासन का झुनझुना’ बताते हुए आरोप लगाया कि आज तक किसी मांग पर लिखित आदेश जारी नहीं हुआ है।
अंतिम लड़ाई तक तैयार
जिले के 864 कर्मचारी लगातार 17 दिनों से धरना प्रदर्शन पर बैठे हैं। कर्मचारियों ने साफ कर दिया है कि जरूरत पडऩे पर वे सामूहिक इस्तीफा देने से भी पीछे नहीं हटेंगे।