जशपुर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जशपुरनगर, 27 अगस्त। एनएचएम संघ जशपुर के लगभग 810 से अधिक कर्मचारी अपनी नियमितीकरण सहित 10 सूत्रीय मांगों के संबंध में शासन स्तर से वार्ता कि आस में हड़ताल दसवें दिन खराब मौसम के बीच भी रंजीता स्टेडियम के पास धरना स्थल में बैठ हुए हैं।
कर्मचारी संघ अपनी मांगों के लिए अडिग है। आज पूरे प्रदेश भर मे एनएचएम के हड़ताल को दस दिन होने को है फिर भी वर्तमान सरकार की ओर से किसी प्रकार कि वार्ता कि पेशकश या पहल नहीं दिखायी जा रही है। जिससे जिले कि स्वास्थ्य व्यवस्था धीरे-धीरे काबु से बाहर होती जा रही है। सीधे शब्दों में कहा जाए तो यदि एनएचएम कर्मचारियों कि हड़ताल यू ही जारी रही, तो वह दिन दूर नहीं है कि लोगों के जान पर बन आएगी और फिर उस स्थिति को काबु कर पाना शासन प्रशासन स्तर कि बात नहीं होगी।
एनएचएम कर्मचारियों ने हड़ताल के पांचवें दिन संविदा प्रथा के पुतला दहन उपरांत यथाशीघ्र संविदा प्रथा के अंत और नियमितीकरण हेतु आज प्रदर्शन के दसवें दिन संविदा प्रथा का दशकर्म मानते हुए कर्मचारियों ने अपना मुंडन कराकर विरोध प्रदर्शन किया। आगे संघ ने कहा कि हम एनएचएम कर्मचारी संविदा कुप्रथा का दंश विगत 20 वर्षों से भी अधिक समय से झेल रहे हैं। उसके बाद भी हमें ना तब और ना अब शासन/प्रशासन स्तर से हमारे हित और अधिकारों के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। संघ के पदाधिकारियों द्वारा बताया गया कि हमारे मातृ राज्य मध्यप्रदेश सहित भारत के कई राज्यों जैसे ओडिशा, हरियाणा, राजस्थान व अन्य द्वारा एनएचएम कर्मचारियों को नियमितीकरण सहित उनकी मांगों व हित मे न सिर्फ कई अभूतपूर्व फैसले लिए गए है वरन लिखित रूप से उनके मांगों के संबंध में आदेश भी जारी हुए हैं।
किंतु हमारे राज्य छत्तीसगढ़ मे शासन स्तर से अब तक सिर्फ आश्वासन, नोटशीट और कमेटी का खेल ही खेला जा रहा है और सिर्फ छला जा रहा है।