जशपुर

वयोवृद्ध नागरिकों के साथ शिशुवती माताएं भी पहुंचीं मतदान करने
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जशपुरनगर, 21 फरवरी। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के अंतर्गत दूसरे चरण में जनपद पंचायत क्षेत्र कुनकुरी, दुलदुला, जशपुर और मनोरा के 403 मतदान केंद्रों में मतदान कराया गया। प्रशासन ने चुनाव के लिए सभी जरूरी इंतजाम किए हैं। दिव्यागों के लिए व्हील चेयर की व्यवस्था सहित प्राथमिक चिकित्सा, मतदाताओं की सुविधा के लिए वांलिटियर्स, छायादार विश्राम स्थल और पेयजल की व्यवस्था की गई है।
मतदाता लोकतंत्र की इस पर्व में पूरे उत्साह और उम्मीद के साथ लोगों ने मतदान किया। दुलदुला में मतदान के लिए 72 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। मतदाता पूरे उत्साह के साथ अपने मतदान का महत्व को समझते हुए मतदान केंद्र खुलने से पूर्व ही कतार में खड़े थे। उन्हें मालूम है कि उनका वोट कितना महत्व रखता है उनके वोट से ही उसके क्षेत्र का विकास संभव है।
वयोवृद्ध दंपति ने मतदान कर निभाया कर्तव्य
जनपद पंचायत क्षेत्र दुलदुला के शासकीय आदर्श प्राथमिक शाला खुंटीटोली में 87 वर्षीय करमू राम एवं उनकी धर्मपत्नी 85 वर्षीय पार्वती बाई एक साथ मतदान करने आए। उन्होंने मतदान के बाद अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा कि हमारी उम्र भले ही बढ़ गई हो, लेकिन चुनावों में अपने कर्तव्य समझते हुए मतदान अवश्य करते हैं। उन्होंने कहा की हर नागरिक को मतदान कर अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए।
चार सहेलियों ने पहली बार किया मतदान
मतदान के इस पर्व में चार सहेलियां रामेंश्वरी यादव, कुंती बाई, सविता बाई और मनीषा बाई ने सुबह-सुबह मिलकर एक साथ मतदान केंद्र की ओर रूख किया। चारों सहेलियों ने बताया कि हमने रास्ते में चलते हुए गांव के बड़े बुजुगों से भी मतदान के संबंध में अपनी जिज्ञासाओं के बारे में पूछा। हमारे मन में अपने क्षेत्र के विकास को लेकर एक चिंता तो थी ही साथ में पहली बार मतदान को लेकर रोमांच भी था। लाइन में लगने के बाद जब मतदान की बारी आई तो केंद्र के अधिकारियों के निर्देशों पर चलकर हमने मतदान किया, जिसकी हमें बहुत खुशी है कि क्षेत्र के विकास में अब हम भी भागीदार बन गए हैं।
ढाई माह के बच्चे संग मतदान करने पहुंची अनुजा
अपने मतदान को लेकर सजग अनुजा दास अपने ढाई माह के बच्चे के साथ मतदान करने पहुंची थी। सुबह घर का सारा काम निपटा कर अपने नन्हे से बालक को गोद में लेकर मतदान केंद्र में जाने समय उनके मन में अपने बच्चे को लेकर चिंता तो थी ही लेकिन जिम्मेदारी का अहसास भी था कि उनका एक मतदान क्षेत्र की रूपरेखा बदलने के साथ ही उनके बच्चे का आने वाला कल सुरक्षित बना सकता है।
मतदान केंद्र में मिली चिकित्सकीय सहायता
मतदान केंद्रों में प्रशासन के द्वारा चिकित्सकीय सहायता उपलब्ध कराई गई थी। जिसमें आपातकालीन चिकित्सा के साथ-साथ चिकित्सकीय जांच की भी सुविधा प्रदान की गई थी। दुलदुला के खुंटीटोली मतदान केंद्र में आने वाले मरीजों के लिए आपातकालीन चिकित्सा के तहत उल्टी, डायरिया, बुखार, सर्दी-खांसी, पेटदर्द आदि की दवाइंयों की व्यवस्था के साथ बीपी एवं सुगर की जांच भी की जा रही थी।