जशपुर

बीईओ ने स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता सुधार के दिए निर्देश
14-Jan-2023 2:51 PM
बीईओ ने स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता सुधार के दिए निर्देश

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जशपुरनगर, 14 जनवरी।
जिला कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत-जशपुर एवं संयुक्त संचालक लोक शिक्षण सरगुजा संभाग के द्वारा  दिए गए निर्देश के परिपालन में विकासखंड-मनोरा के समस्त संकुल प्राचार्य एवं संकुल समन्वयको की समीक्षा बैठक रखी गई। जिसमें नवपदस्थ विकास खंड शिक्षा अधिकारी  संजय कुमार पटेल, सहायक विकासखंड शिक्षा अधिकारी  तरुण कुमार पटेल के द्वारा स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल मनोरा के सभाकक्ष में लिया गया है।

बैठक में कक्षा 10वीं एवं 12वीं के बच्चों को बेहतर परीक्षा परिणाम के संदर्भ में उनमें लेखन क्षमता के विकास, साप्ताहिक टेस्ट, बच्चो के 100 फीसदी उपस्थिति एवं परीक्षा परिणाम हेतु कार्ययोजना बनाकर प्राथमिकता के साथ क्रियान्वित किये जाने, विगत 3 वर्ष के न्यून परीक्षा परिणाम वाले शालाओं एवं मिशन 40 डेज के क्रियान्वयन पर विस्तृत समीक्षा ली गई।
प्राथमिक एवं माध्यमिक स्तर पर संचालित हो रहे कार्यक्रम एवं गुणवत्ता में सुधार के संदर्भ पर भी आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए।

सभी संकुल प्राचार्य एवं संकुल समन्वयक को क्षेत्र अंतर्गत आने वाले समस्त विद्यालयों को सघन निरीक्षण एवं अवलोकन गुणवत्ता के साथ करने हेतु कहा गया जिससे जवाबदेही तय की जा सके। संकुल समन्वयक लुखी श्री किशोर यादव के द्वारा गुणवत्तापूर्ण अवलोकन एवं क्षेत्र में किये जा रहे सराहनीय प्रयास को सभी संकुल समन्वयकों को अनुकरण करने हेतु निर्देशित किया गया।

जिन हाई स्कूल एवं हायर सेकेंडरी स्कूल में विषय शिक्षक कमजोर परफॉर्मेंस कर रहे हैं एवं विषय शिक्षक की कमी है, उसे चिन्हांकित करते हुए उस विषय से संबंधित समस्यात्मक प्रश्नों को संस्था के एक लेटर बॉक्स में डलवा कर एकत्रित करने को कहा गया ताकि निकटस्थ संस्था के बेहतर परफॉर्मेंस करने वाले विषय शिक्षकों के माध्यम से समाधान किया जा सके।

बैठक के दौरान अनुविभागीय अधिकारी राजस्व जशपुर श्यामा पटेल एवं तहसीलदार मनोरा अविनाश चौहन के द्वारा भी परीक्षा परिणामों के सुधार हेतु जायजा लिया गया एवं अपने अनुभव को साझा करते हुए आवश्यक मार्गदर्शन दिए गए। शासकीय उ.मा.वि.मनोरा के विद्यार्थियों के नियमित उपस्थिति हेतु प्रेरित किया गया।

बैठक में सुघर पढवैया योजना में शत प्रतिशत स्कूलों के पंजीयन, लंबी अवधि से अनुपस्थित शिक्षकों, आत्म रक्षा प्रशिक्षण, -यू डाइस प्लस के ऑनलाइन पंजीयन, कटे फटे होठ एवं दिल की बीमारी से ग्रसित बच्चों की पहचान कर उनकी जानकारी उपलब्ध कराने, चिरायु टीम द्वारा बच्चों के स्वास्थ्य परीक्षण संबंधी जानकारी नियमित रूप से उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए। सप्ताहिक मूल्यांकन को पूर्व माध्यमिक शाला एवं प्राथमिक शाला में भी लागू करने तथा लिखने के अभ्यास पर जोर देने की बात कही गई ।


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