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अंतानानारिवो (मेडागास्कर), 17 अक्टूबर। मेडागास्कर में सैन्य तख्तापलट के तीन दिन बाद सेना के एक कर्नल ने शुक्रवार को राष्ट्रपति पद की शपथ ली, जिसके कारण सत्ता से बेदखल राष्ट्रपति को देश छोड़कर छिपने के लिए मजबूर होना पड़ा।
कर्नल माइकल रांद्रियनिरीना (सेना की एक विशेष इकाई के कमांडर) ने देश के उच्च संवैधानिक न्यायालय की मुख्य सभा में आयोजित समारोह में पद की शपथ ली।
उनका यह पद ग्रहण समारोह ऐसे समय हुआ है जब उन्होंने केवल तीन दिन पहले घोषणा की थी कि सशस्त्र बल हिंद महासागर के लगभग तीन करोड़ जनसंख्या वाले इस द्वीपीय देश की सत्ता संभालने जा रहे हैं।
संयुक्त राष्ट्र ने इस सैन्य तख्तापलट को असंवैधानिक सत्ता परिवर्तन करार देते हुए इसकी निंदा की है। हालांकि, कई अन्य देशों ने अहम प्रतिक्रियाएं व्यक्त की हैं जिनमें मेडागास्कर पर पूर्व में शासन कर चुका फ्रांस भी शामिल है।
इस तख्ता पलट के कारण मेडागास्कर को अफ्रीकी संघ से निलंबित किया जा रहा है। तीन महीने से जारी लोगों खासकर युवाओं के सरकार विरोधी आंदोलन के बाद यह तख्ता पलट हुआ।
राष्ट्रपति एंड्री राजोइलिना का कोई अता-पता नहीं है, क्योंकि उन्होंने रांद्रियनिरीना के वफादार सैनिकों के विद्रोह के बाद अपनी जान को खतरा बताते हुए देश छोड़ दिया था।
बताया जाता है कि वे एक फ्रांसीसी सैन्य विमान से देश से बाहर चले गए। उनकी अनुपस्थिति में मंगलवार को संसद में राजोइलिना के खिलाफ महाभियोग पर मतदान किया गया। इसके ठीक बाद कर्नल द्वारा सेना के सत्ता में आने की घोषणा की गई थी।
माना जाता है कि रांद्रियनिरीना की उम्र 50. 51 वर्ष है और उन्होंने शपथ ग्रहण समारोह के लिए अपनी सैन्य पोशाक की जगह गहरे रंग का सूट और नीली टाई पहन रखी थी। इस समारोह में सैन्य अधिकारी, असैन्य अधिकारी और विदेशी राजनयिक शामिल हुए। उन्होंने कमरे के दोनों ओर औपचारिक सैन्य ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ के साथ शपथ ली।
विश्व बैंक के मुताबिक, मेडागास्कर में गरीबी की दर बहुत अधिक है जिससे 75 फीसदी आबादी प्रभावित है।
राजोइलिना स्वयं भी 2009 में सैन्य समर्थित तख्तापलट के बाद एक संक्रमणकालीन नेता के रूप में सत्ता में आये थे।
संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतारेस के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने कहा कि गुतारेस ने बृहस्पतिवार को असंवैधानिक सरकार परिवर्तन की निंदा की और ‘संवैधानिक व्यवस्था और कानून के शासन की वापसी’ का आह्वान किया। अफ्रीकी संघ ने कहा कि वह इस सत्ता परिवर्तन को ‘पूरी तरह से अस्वीकार’ करता है। (एपी)


