अंतरराष्ट्रीय
अफ़ग़ानिस्तान में तालिबान सरकार के विदेश मंत्री अमीर ख़ान मुत्तक़ी के भारत दौरे पर दिए गए बयान पर पाकिस्तान ने 'कड़ी आपत्ति' जताई है.
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने संयुक्त बयान में जम्मू-कश्मीर को भारत का हिस्सा बताने पर आपत्ति जताई. मंत्रालय ने इसे "संबंधित यूएन सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों का स्पष्ट उल्लंघन" करार दिया.
भारत-अफ़ग़ानिस्तान संयुक्त बयान के मुताबिक़, अफ़ग़ानिस्तान ने अप्रैल में जम्मू और कश्मीर के पहलगाम में हुए हमले की कड़ी निंदा की. साथ ही भारत की जनता और सरकार के प्रति अपनी सहानुभूति और एकजुटता व्यक्त की.
इससे पहले, अफ़ग़ानिस्तान की राजधानी काबुल में गुरुवार को ज़ोरदार धमाके हुए थे. इसके लिए अफ़ग़ानिस्तान ने पाकिस्तानी सेना को ज़िम्मेदार ठहराया और उसे 'परिणाम भुगतने' की चेतावनी दी थी.
वहीं, पाकिस्तान विदेश मंत्रालय ने दावा किया कि उसने अफ़ग़ानिस्तान की ज़मीन से पाकिस्तान के ख़िलाफ़ काम करने वाले 'आतंकवादी तत्वों' की जानकारी बार-बार साझा की है.
मुत्तक़ी ने भारत में एक चुनिंदा पत्रकार समूह के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "पाकिस्तान को यह ग़लती दोहरानी नहीं चाहिए. हमारे मसले बातचीत से हल हो सकते हैं, युद्ध से नहीं."
यह 2021 में तालिबान के दोबारा सत्ता में आने के बाद किसी अफ़ग़ान मंत्री का पहला भारत दौरा है.
भारत ने अब तक तालिबान सरकार को औपचारिक मान्यता नहीं दी है. (bbc.com/hindi)


