अंतरराष्ट्रीय

अमेरिकी सेना ने यमन के 11 कैदियों को ग्वांतानामो बे डिटेंशन कैंप से रिहा कर ओमान भेज दिया है. अब वहां सिर्फ 15 कैदी बचे हैं.
सोमवार को जिन लोगों को छोड़ा गया था उनमें से किसी पर भी यहां कैद में रहने के दौरान किसी अपराध का आरोप साबित नहीं पाया.
मानवाधिकार समूहों ने कैद में रहने के दौरान उनके हालातों पर चिंता जताई है.
जो 15 लोग अब भी कैद हैं उनमें भी छह पर आरोप तय नहीं हुए हैं.
हालांकि एक अन्य कैदी को अमेरिका में हुए 11 सितंबर 2001 के हमले का दोषी ठहराया गया है. जिन लोगों को रिहा किया गया है
फिलहाल उन्हें यमन नहीं भेजा सकता क्योंकि वहां गृहयुद्ध चल रहा है. हालांकि रिहा किए जाने वाले कैदियों के पुनर्वास में ओमान का रिकार्ड अच्छा रहा है.
ग्वांतनामो बे जेल 2001 में 11 सितंबर को अमरीका में चरमपंथी हमले के बाद शुरू किया गया था.
ग्वांतनामो बे के लिए दुनिया भर में अमरीका की आलोचना होती है. ग्वांतनामो बे को दुनिया की सबसे ख़तरनाक जेलों में से एक है. यहां कैदियों पर जुल्म ढाने की ख़बरें आती रही हैं. (bbc.com/hindi)