अंतरराष्ट्रीय
-रेबेका मोरेल और ऐलिसन फ़्रैंसिस
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा का एक स्पेसक्राफ़्ट सूरज के सबसे पास पहुंचकर इतिहास रचने की कोशिश कर रहा है.
'पार्कर सोलर प्रोब' सूरज के बाहरी हिस्से यानी उसके कोरोना तक जाएगा, जहाँ अत्याधिक तापमान और रेडिएशन से उसका सामना होगा.
उम्मीद की जा रही है कि इससे ये और बेहतरी से समझने में मदद मिलेगी कि सूरज कैसे काम करता है.
नासा में हेड ऑफ़ साइंस डॉक्टर निकोला ने बीबीसी न्यूज़ से कहा, "सदियों से लोगों ने सूर्य का अध्ययन किया है लेकिन आप तब तक उसके आसपास की परिस्थितियों के बारे में अनुभव नहीं पा सकते, वहां जाकर नहीं देखते, तब तक ठीक-ठीक अनुमान लगाना मुश्किल है. यानी जब तक हम सूरज के करीब नहीं पहुंचेंगे तब तक हम उसे असल में समझ नहीं पाएंगे."
पार्कर सोलर प्रोब स्पेसक्राफ़्ट साल 2018 में लॉन्च किया गया था.
ये यान पहले ही सूरज के पास से 21 बार गुज़र चुका है. हर बार ये सूरज के थोड़ा और करीब से गुज़रा लेकिन क्रिसमस की पूर्व संध्या पर ये यान अपना ही रिकॉर्ड तोड़ेगा.
अभी तक ये सूरज के सबसे करीब यानी 62 लाख किलोमीटर दूर से गुज़र चुका है. सूरज के करीब पहुंचने पर इस यान को 1400 सेल्सियस तक तापमान झेलना होगा.(bbc.com/hindi)