अंतरराष्ट्रीय

एक पूर्व ब्रिटिश अधिकारी ने बीबीसी से बात करते हुए रूस के बड़े पैमाने पर ओरेश्निक मिसाइल उत्पादन की बात से इनकार किया है.
रूसी राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन का कहना था कि गुरुवार को यूक्रेन पर हमले के लिए इसी मिसाइल का इस्तेमाल किया गया था.
वहीं पेंटागन के प्रवक्ता का कहना था कि हमले में जिस मिसाइल का इस्तेमाल हुआ वो रूस की आरएस-26 रूबेज़ इंटरकॉन्टिनेन्टल बैलिस्टिक मिसाइल के एक वैरिएंट पर आधारित थी.
रिस्क एडवाइज़री कंपनी सिबिलीन के सीईओ और संस्थापक जस्टिन क्रंप ने बीबीसी से कहा, "इस बात की संभावना नहीं है कि रूस ने नई ओरेश्निक मिसाइल का बड़े पैमाने पर उत्पादन किया है."
जस्टिन क्रंप ने कहा, "रूस ने जिस मिसाइल का इस्तेमाल किया संभव है वह प्रयोग था. यह कार्रवाई रूस की सैन्य क्षमताओं का प्रदर्शन भी हो सकती है."
क्रंप के मुताबिक़, “रूस का यह हमला एक चेतावनी की तरह से भी है. यह रूस की बाकी मिसाइलों के मुकाबले ज़्यादा तेज़ और एडवांस भी है. इसके साथ ही यह यूक्रेन की वायु रक्षा प्रणाली को भी गंभीर रूप से चुनौती देने में सक्षम है.”
क्रंप ने कहा कि रूस की कम दूरी की बैलेस्टिक मिसाइलें इस युद्ध में यूक्रेन के लिए सबसे बड़े ख़तरों में से एक रही हैं. अधिक तीव्र और आधुनिक मिसाइलें इस ख़तरे को बढ़ा सकती हैं. (bbc.com/hindi)