अंतरराष्ट्रीय

ग़ज़ा में हमास द्वारा संचालित सिविल डिफ़ेंस एजेंसी के मुताबिक़, उत्तरी ग़ज़ा में एक स्कूल की इमारत पर हुए इसराइली हवाई हमले से 22 लोगों की मौत हो गई है और दर्जनों घायल हैं.
इसराइली सेना का कहना है कि जबालिया की इस जगह का हमास और अन्य इस्लामी जिहाद ऑपरेटिव अपने मीटिंग प्वाइंट के तौर पर इस्तेमाल कर रहे थे.
वहीं, हमास ने हमले की निंदा करते हुए जबालिया के स्कूल को अपने ठिकाने के तौर पर इस्तेमाल किए जाने के दावे को ख़ारिज किया है.
एक बयान में हमास ने कहा है कि इस स्कूल को हमारे कमांड सेंटर के तौर पर इस्तेमाल करने के दावे महज़ झूठ हैं.
अब शरणार्थी कैंप में तब्दील हो चुके इस स्कूल की फुटेज में ज़मीन पर खून और जले हुए तंबू दिख रहे हैं. स्थानीय अधिकारियों का कहना है कि आग को बुझाने के लिए पानी भी नहीं है.
इसराइली सेना ने इस इलाके में दो सप्ताह पहले ज़मीनी कार्रवाई शुरू की थी. इसराइली सेना का दावा है कि वो हमास लड़ाकों को दोबारा जुटने से रोक रही है. इसराइली सेना ने दर्जनों नामों की सूची जारी की है और कहा है कि ये सभी हमले के वक्त इमारत में थे.
वहीं, संयुक्त राष्ट्र के अधिकारियों का कहना है कि जबालिया में फंसे हज़ारों फ़लस्तीनी बेहद बुरी परिस्थितियों में हैं. उनके पास खाने की भी किल्लत है. (bbc.com/hindi)