अंतरराष्ट्रीय

इसराइल के राष्ट्रपति आइज़ेक हारेत्ज़ोग ने बीबीसी को दिए एक इंटरव्यू में दावा किया है कि इसराइली सेना ने उत्तरी ग़ज़ा में हमास के एक लड़ाके के पास से अरबी में अनूदित हिटलर की आत्मकथा 'मीन काम्फ' की एक प्रति बरामद की है.
उन्होंने यह भी बताया कि उस किताब के भीतर कई स्टिकी नोट्स (अहम तथ्य याद रखने के लिए पन्ने पर चिपकने वाले कई रंगों वाले नोट्स) पाए गए. उनके अनुसार, इसका मतलब हुआ कि कोई इस किताब को पढ़ रहा था.
'मित्रों की सुनेंगे, पर देश की सुरक्षा सबसे अहम'
आइज़ेक हारेत्ज़ोग से जब ये पूछा गया कि वे अमेरिका और फ्रांस जैसे अपने सहयोगियों की बातें क्यों नहीं सुनते, तो उन्होंने कहा कि बेशक़ हम उनकी बातें सुनते हैं, लेकिन इसराइल की सुरक्षा सबसे अहम है.
मालूम हो कि फ्रांस ने ग़ज़ा और इसराइल युद्ध में युद्धविराम करने की अपील की है. वहीं अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि इस युद्ध में बहुत सारे फ़लस्तीनी मारे जा चुके हैं.
उन्होंने कहा, "दुर्भाग्य से त्रासदियाँ होती हैं. हम उनसे बच नहीं सकते, लेकिन कई त्रासदियों की वजह हमास रहा है.''
युद्ध ख़त्म होने के बाद क्या होगा?
हालांकि बीबीसी के पूछे जाने के बाद भी आइज़ेक हारेत्ज़ोग ने यह नहीं बताया कि युद्ध ख़त्म होने के बाद ग़ज़ा के लिए इसराइल की क्या योजना होगी.
इसके बजाय उन्होंने कहा कि इस इलाक़े में शांति कायम करने के लिए पहला क़दम 'आतंकवाद' को रोकना है. उन्होंने हमास को 'ख़त्म' करने की इसराइल के संकल्प का ज़िक्र किया.
आइज़ेक हारेत्ज़ोग ने कहा कि इस हमले ने क्षेत्र में शांति कायम करने के प्रयासों को पटरी से उतार दिया है.
इसराइल-फ़लस्तीन के बीच की शांति वार्ता 1990 से 2010 के बीच रुक-रुक कर होती रही थी. लेकिन यह अंततः 2014 में रुक गई.
अल-शिफ़ा अस्पताल के हालात पर क्या कहा
बीबीसी ने इसराइल के राष्ट्रपति से ग़ज़ा के सबसे बड़े अस्पताल अल-शिफ़ा अस्पताल के हालात के बारे में भी सवाल पूछे.
डॉक्टरों के अनुसार, बिजली की कमी के कारण अस्पताल में समय से पहले जन्मे दो बच्चों की मौत हो गई है. वहीं 37 अन्य बच्चों के जीवन को ख़तरा है. एक अन्य डॉक्टर के अनुसार अस्पताल में पानी, भोजन और बिजली ख़त्म हो गई है.
इस पर उन्होंने कहा, 'यह सच नहीं है. हमास ने बहुत चालाकी की है. शिफ़ा में बिजली है और सब कुछ काम कर रहा है."
उन्होंने बताया कि इसराइली सेना अस्पताल के प्रबंधकों से बात कर रही है और उसका दावा है कि इमारत के नीचे हमास का मुख्यालय है.
आइज़ेक हारेत्ज़ोग का दावा है कि अल-शिफ़ा पर इसराइल की बमबारी के आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि असल में हमास ने ही वहां हमला किया था.
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अस्पताल में कर्मचारियों और मरीजों की सुरक्षा को लेकर 'गंभीर चिंता' जताई है. (bbc.com/hindi)