गरियाबंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नवापारा राजिम, 27 नवंबर। अंचल में ठंड एक बार फिर बढऩे लगा है। सुबह की पहली किरण के साथ ही नगर कोहरे की मोटी चादर में लिपटा नजर आ रहा है। पखवाड़े से लगातार बढ़ रही ठिठुरन ने सर्दी की तीव्रता को और बढ़ा दिया है। लंबे समय से इंतजार कर रहे लोग जहां कडक़ड़ाती ठंड का आनंद ले रहे हैं, वहीं कंपकंपी और सिहरन ने दिनचर्या को भी प्रभावित किया है।
सुबह-शाम चलने वाली सरसराती हवा ठंड को और भी तेज कर रही है। लोग स्वेटर, शाल और ऊनी कपड़ों का सहारा लेकर बचाव करते दिख रहे हैं। मौसम में गिरावट का सबसे ज्यादा असर बच्चों और बुजुर्गों पर पड़ रहा है। कड़ाके की ठंड के बावजूद बच्चों का सुबह-सुबह स्कूल पहुंचना मजबूरी बन गया है, जबकि उम्रदराज लोगों को ठंड का अहसास और अधिक सताने लगा है।
इधर नगर के गुलाब गार्डन में मॉर्निंग वॉक करने वालों की संख्या में खासा इजाफा हुआ है। इसके साथ ही नवापारा-राजिम पुल पर भी सुबह-शाम सैर करने वालों की भीड़ दिखाई दे रही है।
सर्दी-खांसी के मरीजों में बढ़ोतरी
कंपकंपाती ठंड के कारण सर्दी, खांसी और एलर्जी के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। अस्पतालों में इन बीमारियों के मामले तेजी से सामने आ रहे हैं। नगर के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. के.आर. सिन्हा ने बताया कि शुष्क मौसम में सर्दी, खांसी और अस्थमा के मरीज अधिक बढ़ जाते हैं। किसानों के खेतों में इन दिनों धान की कटाई चरम पर है। धान से उडऩे वाली धूल-गर्द भी बीमारियों का प्रमुख कारण बन रही है। बारिश के बाद मौसम साफ होने से वातावरण में फैली धूल कई लोगों के लिए एलर्जी व खांसी की दिक्कत का कारण बन रही है। चिकित्सकों ने विशेष रूप से हृदय रोगियों और छोटे बच्चों को सावधानी बरतने की सलाह दी है।
चिकित्सकों ने सलाह दी है कि गरम पानी और गरम भोजन का सेवन करें, छोटे बच्चों को ठंड से पूरी तरह बचाकर रखें, दिन में भी गर्म कपड़े पहनाएं, मौसमी फल और हरी पत्तेदार सब्जियों का उपयोग करें, अत्यधिक ठंड में सुबह-शाम घर से निकलने में सावधानी बरतें।
मौसम विभाग के अनुसार इस वर्ष अंचल में सामान्य से अधिक कड़ाकेदार ठंड देखने को मिल रही है, जिसकी तीव्रता आने वाले दिनों में और बढ़ सकती है।


