गरियाबंद

ठंड में सब्जियों के दामों में आग, आम परिवारों की रसोई पर संकट, दोगुनी कीमतों से बजट बिगड़ा
22-Nov-2025 3:46 PM
ठंड में सब्जियों के दामों में आग, आम परिवारों की रसोई पर संकट, दोगुनी कीमतों से बजट बिगड़ा

छत्तीसगढ़’ संवाददाता

नवापारा-राजिम, 22 नवंबर। ठंड का मौसम शुरू होते ही जहां आमतौर पर सब्जियों के दाम कम हो जाते थे, लेकिन इस बार बाजार का माहौल बिल्कुल उल्टा दिखाई दे रहा है। सब्जियों की कीमतें आसमान छूने लगी हैं। महंगाई की यह मार सीधे रसोई तक पहुंची है, जिससे आम परिवारों का घरेलू बजट बुरी तरह बिगड़ गया है। स्थिति यह है कि रोजमर्रा की थाली तैयार करना भी घरों में चुनौती बन गया है।

बाजारों में आलू, टमाटर, प्याज, फूलगोभी, भिंडी, बैंगन और अन्य हरी सब्जियों के दाम लगातार चढ़ रहे हैं। जहां पिछले साल इसी समय ये सब्जियां सामान्य दामों पर उपलब्ध थीं, वहीं इस बार कई सब्जियां दोगुनी कीमत पर बिक रही हैं। आम उपभोक्ता महंगाई से बेहाल हैं और मजबूरन अपने खानपान में कटौती कर रहे हैं।

स्थानीय नागरिकों ने बताया कि वैसे तो ठंड के मौसम में सब्जियां सस्ती मिलती थीं, पर इस बार तो दामों में आग लगी हुई है। घर चलाना मुश्किल होता जा रहा है। पहले दो समय सब्जी बन जाती थी, अब एक समय दाल से ही गुजारा करना पड़ रहा है।

सप्लाई में कमी के कारण सब्जियों दाम बढ़े

दूसरी ओर सब्जी विक्रेता भी बढ़ती कीमतों को लेकर अपनी मजबूरी बता रहे हैं। थोक विक्रेता राजू सोनकर का कहना है कि बेमौसम बारिश ने किसानों की सब्जी फसलों को बुरी तरह प्रभावित किया है। खेत और बाडिय़ों में लगी फसलें समय पर तैयार नहीं हो पा रही हैं। ठंड बढऩे से टमाटर के पकने की रफ्तार धीमी हो गई है। वहीं बाहर से आने वाली सब्जियों की आवक भी इस समय काफी घट गई है। सप्लाई में कमी और मांग में लगातार बढ़ोतरी ने बाजार के संतुलन को बिगाड़ दिया है, जिसका सीधा असर दामों पर पड़ रहा है। परिणामस्वरूप सब्जियों के भाव दिन प्रतिदिन ऊपर चढ़ते जा रहे हैं।

 

आम आदमी की थाली हो रही हल्की

महंगाई के इस दौर में आम आदमी की थाली हल्की होती जा रही है और चिंता भारी। लोग उम्मीद कर रहे हैं कि आने वाले दिनों में सब्जियों की आवक बढ़े, बाजार स्थिर हो और दाम सामान्य स्तर पर लौट आएं, ताकि रसोई का चूल्हा फिर से पहले की तरह सुचारू रूप से जलता रहे।

जानिए सब्जियों के दाम

इस समय सबसे महंगी सब्जी बोहर बाजी है जिसकी कीमत 320 रुपए किलो है।

इसी तरह अन्य सब्जियों में टमाटर 50-60 रुपए, भिंडी 70-80, बरबट्टी 70-80, बैंगन 40, फूलगोभी 80-100, नवल गोल 120, सफेद सेमी 140-160, हरा सेमी 100-120, ढेस 100-120, मटर 80-100, करेला 80, गाजर 50-60, खीरा 40, प्याज भाजी 80, पालक 80, पत्तागोभी 50, शिमला मिर्च 80, लौकी 40, कद्दू 40, मूली 40, बीन्स 80, तोरई 60-80, कटहल 80 और मेथी 120-140 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गई है।

 ज्यादातर सब्जियां 70 से 100 रुपए प्रति किलो के बीच बिक रही हैं, जबकि आमतौर पर ठंड के मौसम में इनके दाम 50 से 60 रुपए किलो से ज्यादा नहीं होते थे। इस असामान्य तेजी ने उपभोक्ताओं की जेब पर सीधा प्रभाव पड़ रहा है।


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