गरियाबंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 6 नवंबर। कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर तीन नदियों के संगम क्षेत्र में लगे नदिया मड़ई में जन सैलाब उमड़ पड़ा। इस अवसर पर दर्शनार्थियों की अपार भीड़ श्री कुलेश्वरनाथ महादेव के मंदिर में पूजा करने सुबह से लेकर देर रात तक पहुंचती रही। मंदिर परिसर में भक्तों ने लाइन में लगकर भोलेनाथ का दर्शन कर रहे थे। सैकड़ों साल से नदिया मड़ई की परंपरा राजिम में चली आ रही है। राजिम मड़ई के बाद अब इधर समूचे अंचल में मड़ई मेले की शुरूआत हो जाएगी।
कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर तडक़े 4 बजे नदी में डुबकी लगाकर पुण्य स्नान किया। इसके बाद आंवला पेड़ के नीचे पूर्णाहुति देकर आंवला भात का प्रसादी ग्रहण किए। इसी तरह नदिया पुन्नी मेले का आनंद लोगों ने कई तरह का लिया। मसलन आंवला भात खाने की परंपरा का बखूबी निर्वहन किया। लोमष ऋषि आश्रम क्षेत्र एवं नदी के बड़े भाग पर सैकड़ों टोलियां अलग-अलग जगहों अथवा पेड़ के नीचे बैठकर आंवला भात खाए। खासतौर से महिलाएं और युवतियों की टोली लोमष ऋषि आश्रम के अंदर पकवान बनाते हुए दिखे, जो अपने परिवार, दोस्तों के साथ पिकनिक का भरपूर मजा ले रहे थे। नदी के लम्बे-चौड़े भाग में लोगों को खूब इंजॉय करते देखा गया। दोपहर से लेकर देर रात तक मनोरंजन करने वालों की भीड़ कई हजारों की संख्या में बनी रही। नदी के बीच हर तरह की दुकानें सजी हुई थी।


