गरियाबंद
आक्रोशित लोगों ने बिजली दफ्तर के सामने किया प्रदर्शन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नवापारा, 1 नवंबर। नवापारा से एक दुखद घटना सामने आई है, जहां करंट लगने से एक 8 साल की बच्ची की मौत हो गई। बच्ची अपने घर की छत पर खेल रही थी, तभी अचानक वह छत के पास से गुजर रही 33 केवी बिजली की लाइन के संपर्क में आ गई। घटना के बाद, परिवार वाले तुरंत उसे अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। घटना गोबरा नवापारा थाना क्षेत्र का है।
जानकारी के अनुसार, नवापारा के दम्मानी कॉलोनी में रहने वाले अब्दुल खान की 8 साल की बेटी अरहमा खान शुक्रवार 31 अक्टूबर को अपनी छोटी बहन के साथ घर की छत पर खेल रही थी। छत के ऊपर से गुजऱ रही 33 केवी की बिजली की लाइन से बच्ची को करंट लग गया। बिजली का झटका लगने के बाद वह बेहोश हो गई। घटना के बाद, परिवार वाले तुरंत बच्ची को पास के अस्पताल ले गए, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
हादसे के बाद परिवार में दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। बच्ची की मां बेहोश हो गई। पिता और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। शनिवार को पोस्टमार्टम के बाद शव परिवार वालों को सौंप दिया गया। घटना के बाद शनिवार को गुस्साए मुस्लिम समुदाय और अन्य लोगों ने बिजली विभाग के सामने सांकेतिक विरोध प्रदर्शन किया।
शिकायत के बाद भी नहीं हुई कार्रवाई
लोगों ने बिजली विभाग की लापरवाही पर सवाल उठाया और जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। स्थानीय लोगों के अनुसार, बिजली की लाइनें घर की छत के बहुत करीब से गुजर रही है। बिजली विभाग में कई बार शिकायतें की गई थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। यह इस तरह की पहली घटना नहीं है, पहले भी बिजली का करंट लगने से मौतें हो चुकी हैं।
प्रदर्शन के दौरान पिता बच्ची के शव को गोद में लेकर फूट-फूटकर रोने लगे। उन्होंने विद्युत विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया। कहा कि विभाग के लोग तार को हटाने 25 हजार रुपए मांगते थे। विभाग की लापरवाही से आज उनकी बच्ची की जान चली गई। इसके जिम्मेदार कौन है?
विद्युत विभाग ने दिया आश्वासन
बिजली विभाग के अधिकारियों ने कहा कि बिजली की लाइन हटाने के लिए एक प्रस्ताव तैयार करके भेज दिया गया है। यह समस्या जल्द ही हल हो जाएगी। अधिकारी ने परिवार को नियमानुसार आर्थिक सहायता देने का आश्वासन दिया। इसके बाद विरोध प्रदर्शन खत्म हो गया। बताया जा रहा है कि बच्ची के पिता ड्राइवरी का काम करते हैं। बच्ची की मौत से समाज के शोक की लहर दौड़ गई है।


