गरियाबंद

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गरियाबंद, 22 जून। जिले के शासकीय उचित मूल्य की दुकान में रविवार को भारी भीड़ का माहौल रहा। सुबह से ही बड़ी संख्या में हितग्राही राशन लेने के लिए दुकान के सामने जमा हो गए थे, लेकिन तकनीकी समस्याओं के चलते दुकान का शटर तक नहीं खुल पाया। इस पर उपभोक्ताओं ने जमकर नारेबाजी कर अपनी नाराजगी जाहिर की और तकनीकी सिस्टम को सरल करने की मांग की।
दुकान के सेल्समेन रमेश निर्मलकर ने बताया कि एक हितग्राही को राशन देने के लिए 6 से 9 बार ओटीपी लगाना पड़ रहा है, जिससे एक व्यक्ति पर औसतन आधे घंटे से ज्यादा समय लग जाता है। इस वजह से दिनभर में महज 20 से 22 कार्डधारियों को ही राशन मिल पा रहा है। उन्होंने कहा कि इस गंभीर तकनीकी समस्या के निराकरण के लिए संगठन द्वारा राज्य के खाद्य मंत्री के साथ ही जिला प्रशासन को भी आवेदन सौंपा गया है, लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं निकला है।
स्थानीय हितग्राही सुबह 5 बजे से ही लाइन में लगकर दुकान के सामने इंतजार कर रहे हैं, लेकिन प्रक्रिया की धीमी गति और बार-बार आने वाली तकनीकी बाधाओं के कारण उन्हें राशन नहीं मिल पा रहा। आज सुबह से ही भीड़ इतनी ज्यादा थी कि दुकान का शटर तक नहीं खोला जा सका।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए मौके पर पुलिस पहुंची और हालात को काबू में करने की कोशिश की। पुलिस ने लोगों को शांत कराया और समझाइश दी, लेकिन उपभोक्ता नाराजगी दिखे।
हितग्राहियों का कहना है कि जब तक यह ओटीपी प्रणाली सरल नहीं की जाती और दुकान में अतिरिक्त तकनीकी संसाधनों की व्यवस्था नहीं होती, तब तक लोगों को हर महीने इसी तरह की परेशानी झेलनी पड़ेगी।
ज्ञात हो कि राज्य सरकार द्वारा जून माह सहित तीन माह का खाद्यान्न सामग्री एक साथ वितरण किया जाना हैं जिससे खाद्यान्न वितरण में तकनीकी समस्या के कारण एक हितग्राही को ओटीपी प्रणाली के कारण आधा घंटा लगता है वहीं नेट स्लो होना भी समस्या का कारण होना बताया जा रहा हैं। सहायक जिला सहायक खाद्य अधिकारी सुधीर चंद्र गुरु से उक्त संबंध में ‘छत्तीसगढ़’ ने जानकारी लेने फोन से बात करना चाहा, किंतु कॉल रिसीव नहीं किया गया।