गरियाबंद

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 7 अप्रैल। क्षेत्र की समस्या को लेकर जिला पंचायत सदस्य इंद्रजीत महाडिक़ ने कलेक्टर दीपक अग्रवाल से मुलाकात कर आवेदन दिए हैं तथा उसे शीघ्र निराकृत करने की मांग किए हैं।
उन्होंने अलग-अलग तीन आवेदन के माध्यम से अपनी बात रखी है। आवेदन में उल्लेेख है कि ग्राम पंचायत तरीघाट को आबकारी आयुक्त छत्तीसगढ़ द्वारा प्रस्तावित नवीन मदिरा दुकान के लिए चयनित किया गया है। यह धार्मिक स्थलों तक जाने का मुख्य मार्ग है। जहां से घटारानी माता मंदिर, जतमई माता मंदिर, झरझारा देवी माता मंदिर, कर्राबाघिन माता मंदिर, कुंडल शनि देव मंदिर जैसे अनेक पवित्र एवं पर्यटन स्थल में पहुंचा जाता है। चयनित करने के पूर्व भी ग्रामवासियों से सहमति लेना आवश्यक नहीं समझा गया है। यहां के लोग अभी से चिंतित हो गए हैं कि नई पीढ़ी के भविष्य का क्या होगा। इन्होंने निवेदन किया है कि नवीन मदिरा दुकान को खोलने से पहले ग्राम पंचायत और ग्राम वासियों के सहमति के पश्चात ही प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जाए।
चौबेबांधा नवागांव एनीकेट में पानी रोकने की मांग
उन्होंने दूसरा आवेदन में यह बात का उल्लेख किया है कि चौबेबांधा से लगा हुआ पैरी नदी में नवागांव एनीकट मौजूद है। करोड़ों रुपए खर्च कर इन्हें बनाया तो गया है लेकिन इसमें पानी नहीं है। वैसे भी इसका निर्माण जल भराव के लिए किया गया है। आने वाले अप्रैल, मई, जून महीना भीषण गर्मी से आम जनता को पानी की कमी से पेयजल एवं निस्तारी करने की समस्या होगी। ऐसे में जल स्तर भी नीचे जा चुका है। त्रिवेणी संगम में रहकर पानी के लिए लोग तरस रहे हैं। पानी रहकर हम प्यासे रहे यह उचित नहीं है। जिस उद्देश्य से एनीकेट का निर्माण किया गया है उनकी पूर्ति तय होनी चाहिए। बताना होगा कि इनका निर्माण 2015 में हुआ है उसके बाद से मात्र दो-तीन साल ही गर्मी के दिनों में पानी रहा है उसके बाद तो हर साल सुखा ही रहता है। तेजी के साथ नीचे जा रहे भूजल स्तर इन दिनों चिंता का विषय बन गया है। इस एनीकेट से राजिम शहर, नवापारा शहर, धमतरी और गरियाबंद जिला के अनेक गांवों के लोगों को फायदा पहुंचता है।
सिंचाई के लिए सिकाशेर जलाशय का पानी पूर्ण रूप से बंद न करें
श्री महाडिक़ ने आवेदन में यह भी कहा है कि सिंचाई के लिए सिकासेर जलाशय का पानी पूर्ण रूप से बंद ना किया जाए। उन्होंने लिखा है कि जल संसाधन उपसंभाग क्रमांक 2 पांडुका के द्वारा राजिम, फिंगेश्वर व पांडुका उप संभाग के अंतर्गत रबि फसल सिंचाई के लिए विभिन्न गांव में पानी दिया गया है जो कि 28 मार्च से बंद किया जा चुका है। पूर्ण रूप से बंद किए जाने पर भीषण गर्मी के वजह से किसानों के फसलों को पानी नहीं मिल पा रहा है जिससे खेत एवं फसल पूरी तरह से सूख रहा है और फसलों को नुकसान हो रहा है।
इन्होंने निवेदन किया है कि पानी को सिंचाई के लिए कम मात्रा में छोड़ जाए मगर पूर्ण रूप से बंद ना किया जाए।श्री महाडिक लोगों की समस्याओं से लगातार रूबरू हो रहे हैं और उन्हें हल करने का भी पुरजोर प्रयास किया जा रहा है।