गरियाबंद

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नवापारा-राजिम, 13 अक्टूबर। शनिवार को जवारा एवं दुर्गा मां की प्रतिमाओं का विसर्जन के लिए माता के भक्तों की भारी भीड़ रही। नौ दिनों तक शक्ति की उपासना का महापर्व नवरात्रि भक्तिभाव से मनाया गया। इस दौरान देवी के नौ स्वरूपों की पूजा की गई है। नवरात्रि के आठवें दिन महाष्टमी पर मंदिरों सहित दुर्गा पंडालों में हवन पूजन किया गया। वहीं शनिवार को माता के विसर्जन करने शीतला मंदिर में भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी।
शीतला तालाब जाने वाले मार्ग में हजारों देवी भक्त एवं नगरवासी मार्ग के दोनों किनारे खड़े होकर जवारा एवं प्रतिमाओं को देखकर जयकारा लगाते रहे। नवमी पर भक्तों ने नम आंखों के साथ मां दुर्गा को विदा किया।
शारदीय नवरात्र के नौ दिनों के अनुष्ठान के बाद शनिवार को जब माता के विदाई की बेला आई, तो मां से दूर होने का गम कमोबेश हर भक्तों के अश्रुपूरित आंखें स्पष्ट बता रही थी। इस दौरान श्रद्धालुओं ने नम आंखों से माता को विदा किया। भक्तों की नम आंखे अंतिम विदाई के दौरान माता से सुख-समृद्धि और निरोग रहने की कामना कर रही थी।
विसर्जन करने देवी भक्त पहुंचे शीतला तालाब
विसर्जन के दौरान विभिन्न मुहल्लों, चौक-चौराहों के पंडालों में विराजित मां दुर्गा की प्रतिमाओं और जंवारा लेकर समिति वाले कतार बद्ध लगातार निकलते रहे। पूरा शहर देवी मां दुर्गा के जयकारों से गूंजता रहा। माता के सेवा एवं जसगीत गाते, ढोल-मजीरों के साथ एक तरफ जहां सेऊक झूप रहे थे, तो दूसरी ओर सिर पर जंवारा लिए युवतियों-महिलाओं की टोली कतारबद्ध होकर चल रही थी। बीच-बीच में कई ऐसे देवी मां के भक्तिन युवतियां एवं महिलाएं थी, जो इस दौरान जमीन पर लेटकर अपनी श्रद्धा प्रकट कर रहे थे। जंवारा और कलश लिए महिलाओं की टोली इनके ऊपर से पार होकर जा रही थी। दुर्गा पंडालों से निकलने वाले माता की प्रतिमाओं को ट्रेक्टर, मेटाडोर अन्य वाहन में सवार कर नन्हें बच्चे, मुहल्ले की महिलाएं, देवी मां के भक्त और गालों में बाना लिए व्रती झूमते हुए चल रहे थे।
तालाब के जिस घाट में विसर्जित करने की परंपरा रही है, उसी के अनुरूप एक-एक कर प्रतिमाओं तथा जंवारा को विसर्जन किया जा रहा था। शीतला तालाब मार्ग पर कई जगह ठंडा पेय और शुद्ध पानी का इंतजाम माता के भक्तों ने कर रखा था। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए थाना प्रभारी जितेन्द्र कुमार एैसेय्या के नेतृत्व में पुलिस जवान तालाब मार्ग पर तैनात थे।