गरियाबंद

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नवापारा-राजिम, 6 दिसंबर। चक्रवाती तूफान मिचौंग के असर से किसानों की चिंताएं बढ़ गई है। मंगलवार को आसमान पर छाए बादल और रिमझिम बारिश देखकर किसानों की हालत खराब है। किसानों का कहना है कि ज्यादा पानी से खेत में कटी पड़ी या सूखी खड़ी फसलों को नुकसान हो सकता है। बुधवार को भी सुबह से रिमझिम बारिश शुरू हो गई है। किसानों की चिंता मौसम को देख बढ़ गई है। मौसम विभाग के अनुसार अभी कुछ दिनों तक प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश के आसार है। महासमुंद, रायपुर, गरियाबंद, धमतरी सहित आसपास के कई जिलों में मंगलवार सुबह से ही बारिश का दौर जारी है।
किसानों की बढ़ी चिंता
नवापारा, राजिम क्षेत्र के दर्जनों गांवों में अभी धान कटाई और मिंजाई का काम चल रहा है। कई जगहों पर खेतों मे खड़ी फसल के साथ ही कट कर खेतों मे रखे हुए फसल के नुकसान की आशंका है। किसान अपनी फसल बचाने मे लगे हुए है। सब्जियों मे भी इसका प्रतिकूल असर पड़ेगा। फसलों मे बीमारी के कारण पैदावार में कमी आ सकती है। मिचौंग के असर से होने वाली इस बारिश ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है।
अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ी
मौसम खराब होने के कारण इसका असर स्वास्थ्य पर भी पड़ रहा है। बदल रहे मौसम के कारण बच्चों और बुजुर्गों के स्वास्थ्य पर देखा जा सकता है। इन दिनों अस्पतालों समेत अन्य निजी क्लीनिक में सर्दी, खांसी और बुखार के मरीज पहुंच रहे हैं। इधर नगर के डॉक्टरों ने मौसम को देखते हुए एहतियात बरतने की बात कही है। डॉक्टर का कहना है कि सर्दी-बुखार और उदर रोग के मरीज आ रहे हैं। ठंडे मौसम में लोगों को गर्म और समुचित मात्रा में भोजन ग्रहण करना चाहिए। बाहर का पानी पीने से बचे, पानी उबाल कर पीये। ठंडे पेय पदार्थ, आइसक्रीम आदि खाने से बचें।