गरियाबंद

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गरियाबंद, 2 नवंबर। जिले के बिन्द्रानवागढ़ विधानसभा बुधवार को बड़ा सियासी उठा-पटक देखने को मिला। भाजपा से बागी हुए भागीरथी माँझी ने अचानक अपना नामांकन वापस ले लिया है। मांझी सुबह 11 बजे बिना ताम जाम के जिला कार्यालय पहुंचे और रिटर्निंग अफसर को आवेदन देकर अपना नामांकन वापस ले लिया।
इस दौरान भाजपा के एक पदाधिकारी भी उनके साथ थे। इधर मांझी के नामांकन वापसी के बाद आप को बड़ा झटका लगा है। आप देवभोग में बड़े जनसभा की तैयारी में थी अब दौड़ से ही बाहर हो गई। दूसरी ओर इससे भाजपा को बड़ी राहत मिली वही कांग्रेस की चिंता बढ़ गई है। दोनों ही पार्टी के अब समीकरण भी बदल जायेंगे।
इधर नामांकन वापसी के बाद भागीरथी मांझी ने कहा कि भाजपा पर उनकी आस्था बरकरार है। वे चुनाव नहीं लड़ेंगे बल्कि भाजपा के पक्ष में पार्टी हित में काम करेंगे। आप से नामांकन को लेकर उन्होंने कहा कि टिकट नहीं मिलने से वे नाराज थे, आप ने उसकी नाराजगी को भुना लिया और हड़बड़ी में टिकट की घोषणा भी कर दी। उन्हें सही तरीके से सोचने समझने का समय नहीं मिला। बाद में उन्होंने पार्टी आलाकमान के समझाइश के बाद अपना फैसला बदल सही निर्णय लिया।
इसके पहले नामांकन के आखिरी दिन तक कयास लगाये लगाए जा रहे थे कि भाजपा का दामन छोड़ बागी होकर आप के बैनर तले चुनाव लड़ रहे भागीरथी माँझी को पार्टी संगठन माना लेगा। लेकिन नामांकन के आखिरी दिन तक कोई हलचल नहीं दिखी, भागीरथी माँझी ने नामांकन डाल कर सारे कयासों पर विराम लगा दिया था।
अब अचानक नाम वापसी के पहले दिन भागीरथी माँझी के नामांकन वापसी लेने के बाद जिले के बिन्द्रानवागढ़ विधानसभा में फिर से राजनीतिक समीकरण बदल गया है। वैसे तो यह भाजपा कांग्रेस के बीच सीधी टक्कर थी, लेकिन बागी भागीरथी मांझी काफी हद तक भाजपा के वोट काट सकते थे। मांझी के वापसी से अब भाजपा ने राहत की सांस ली है।
भाजपा सफल, कांग्रेस की बढ़ी चिंता
नामांकन वापसी के पहले ही दिन भाजपा का पार्टी संगठन भागीरथी मांझी का नामांकन वापस कराने में सफल रहा। जिसे लेकर कहा जा रहा कि पार्टी ने अभेद माने जाने वाले सीट को लेकर अपनी गंभीरता दिखाई है। मांझी के वापसी के बाद अब भाजपा को फिर से मजबूती मिलेगी। वहीं इसने कांग्रेस की चिंता बड़ा दी है। अब तक कांग्रेस ये मान के चल रही थी कि भागीरथी मांझी के बागी होने के फायदा उनको चुनाव में मिलेगा। लेकिन अब मांझी के वापसी के बाद भाजपा कांग्रेस दोनों को अपनी रणनीति और समीकरण बदलना पड़ेगा।
भाजपा के पदाधिकारी रहे साथ
सूत्रों के मुताबिक नामांकन वापसी के समय भाजपा के एक जिम्मेदार पदाधिकारी उनके साथ थे। लेकिन जिला मुख्यालय के किसी भी अन्य पदाधिकारी को सूचना नहीं मिली।
हालांकि नामांकन वापसी के बाद भाजपा के जिला अध्यक्ष ने बयान जारी किया है कि भागीरथी मांझी हमारे पार्टी के वरिष्ठ कार्यकर्ता और पदाधिकारी है। पार्टी में उनका स्वागत है। जल्द ही मांझी भाजपा के प्रचार में जुटेंगे।