गरियाबंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नवापारा-राजिम, 8 अक्टूबर। शिक्षिका से ऑनलाइन ठगी करने वाले 4 आरोपियों को पुलिस ने झारखंड से गिरफ्तार किया है। मामले में अहम बात यह है कि शिक्षिका से ऑनलाइन ठगी करने वाला 8वीं पास है।
पुलिस के अनुसार घटना 1 मई 2021 की है। दिलकश अंसारी ने खुद को बैंक अधिकारी बताते हुए राजिम की शिक्षिका ममता ठाकुर को एटीएम कार्ड बनवाने फोन किया। उसके बाद बैंक खाते से जुड़ी जानकारी लेकर मोबिक्विक हाउसिंग डॉट कॉम वालेट के माध्यम से रुपए प्रार्थी शिक्षिका के खाते से 72600 रुपए अलग-अलग खातों में ट्रांसफर कर लिया था। शिक्षिका की शिकायत पर राजिम पुलिस ने झारखंड पुलिस की मदद से झारखंड निवासी दिलकश अंसारी और उसके 3 साथी समरूद्दीन अंसारी, बदरुद्दीन अंसारी, समीना अंसारी को 6 महीने बाद गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस पूछताछ में पता चला कि कि मामले में जिन चार आरोपियों समरुद्दीन अंसारी, बदरुद्दीन अंसारी, दिलकश अंसारी और समीना अंसारी को गिरफ्तार किया गया है, इसमें से कोई ज्यादा पढ़ा लिखा नहीं है। मगर ये सभी अपने काम में इतने शातिर हैं कि पढ़े लिखो को भी आसानी से झांसे में लेकर ये अपना शिकार बना सकते हैं।
राजिम थाना प्रभारी संतोष भुआर्य ने बताया कि चारों ठग झारखंड के देवघर जिले के मोरने गांव के निवासी हैं। थाना प्रभारी ने बताया कि 15 सौ की आबादी वाले मोरने गांव में ऐसे ठगों की भरमार है। गांव के ज्यादातर युवा साइबर क्राइम के मास्टर हैं। यहां तक कि स्थानीय पुलिस भी इनके पैंतरों से अचंभित रहती है।
थाना प्रभारी ने बताया कि ये ठग गांव से लगी एक पहाड़ी पर बैठकर कॉरपोरेट ऑफिस की तरह काम करते हैं। ये अपने सारे काम को किसी सरकारी दफ्तर के टाइम के हिसाब से अंजाम देते हैं। ये इतने शातिर हो चुके हैं कि पढ़े लिखे लोगों को भी अपना शिकार बनाने में इन्हें कोई परेशानी नहीं होती। अचानक पुलिस की रेड पडऩे पर ये पहाड़ी पर फैले जंगल में छुप जाते हैं।
उक्त कार्रवाई में थाना प्रभारी संतोष भूआर्य, सउनि देव कुमार वर्मा, प्रधान आरक्षण रंजीत साहू, आरक्षक भूपेंद्र प्रताप सिंह, करम जांगड़े, महिला आरक्षक सलिका खूंटे, महिला सैनिक मंजू साहू को हमराह लेकर आरोपीगण को झारखंड प्रांत से गिरफ्तार करने में एवं साइबर सेल आरक्षक सतीश यादव, तरूण यादव, भूपेन्द्र दीवान, खिलेश सोनी का सराहनीय भूमिका रही है।


