गरियाबंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 1 सितंबर। धर्म नगरी राजिम को जिला बनाए जाने की मांग अब समाज स्तर पर भी होने लगी है।
राजिम को जिला बनाए जाने के संबंध में नगर साहू संघ राजिम की आवश्यक बैठक पिछले दिनों रविवार को भुनेश्वर साहू सदन सामाजिक भवन में रखी गई। जिसमें सामाजिक प्रकरणों का निपटारा किया गया। बैठक में धर्म नगरी राजिम को जिला बनाए जाने की मांग संबंधी प्रस्ताव रखा गया, जिसे नगर साहू संघ के पदाधिकारियों ने समर्थन करते हुए प्रस्ताव पारित किए। बैठक को संबोधित करते हुए छत्तीसगढ़ प्रदेश साहू संघ के संयुक्त सचिव लाला साहू ने कहा कि राजिम को जिला बनाने की मांग विगत 23 वर्ष पुराना है।
राजिम क्षेत्र को अविभाजित मध्यप्रदेश में नवगठित धमतरी जिला में शामिल कर दिया गया था। तब यहां के लोगों ने धमतरी में शामिल न होकर राजिम को जिला बनाए जाने की मांग किये। ब्रह्मलीन संत पवन दीवान ने इस मांग का पुरजोर समर्थन किया था। संत पवन दीवान ने क्षेत्र के लोगों को राजिम को जिला बनाए जाने की मांग को तत्कालीन मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री दिग्विजय से अवगत कराने की बात कही थी तथा तत्कालीन मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने आगामी जिला पुनर्गठन में राजिम को जिला बनाए जाने की सहमती दी थी। इस संबंध में वर्ष 1998 में फिंगेश्वर के रेस्ट हाउस में वृहद बैठक आयोजित की गई थी।
उक्त बैठक में राजिम, फिंगेश्वर, छुरा एवं गरियाबंद क्षेत्र के जनप्रतिनिधि, व्यापारी गण, अधिवक्ता संघ के पदाधिकारी एवं गणमान्य नागरिकों ने भाग लिया था। बैठक की अगुवाई उस समय के तत्कालीन जनपद अध्यक्ष एवं पूर्व विधायक संतोष उपाध्याय ने किया था। बैठक में राजिम को जिला बनाने की सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया था। राजिम कृषि प्रधान क्षेत्र होने के कारण यहां राजस्व मामलों के निपटारे के लिए लोगों को 50 किलोमीटर दूर जिला मुख्यालय जाना आना होता है। किसानों को सहूलियत प्रदान करने के लिए कृषि क्षेत्र की उन्नति एवं विकास के लिए व्यापार को बढ़ावा देने के लिए औद्योगिक क्रांति लाने के लिए राजिम को जिला बनाया जाना चाहिए। राजिम भक्तिन माता समिति के अध्यक्ष डॉक्टर महेंद्र साहू ने कहा कि यह क्षेत्र भगवान श्री राजीव लोचन की नगरी है। भक्त माता राजिम की तपोभूमि हैं। छत्तीसगढ़ का प्रयागराज है, प्राचीन एवं पुरातन नगरी है। राजिम नगरी सामाजिक धार्मिक एवं राजनीतिक केंद्र बिंदु है। विगत कई वर्षों से यहां साहू समाज के साथ-साथ सर्व समाज का प्रादेशिक स्तर का सम्मेलन होता है। इस दृष्टिकोण से राजिम सभी समाज का केंद्र बिंदु है। इसलिए राजिम को जिला बनाया जाना चाहिए। बैठक को संबोधित करते हुए नगर साहू संघ के पूर्व अध्यक्ष भोले साहू एवं पूर्व सचिव श्याम साहू ने कहा कि राजिम को जिला बनाए जाने की मांग का समर्थन करते हैं। धर्म नगरी राजिम साहू समाज के आस्था एवं विश्वास का केंद्र बिंदु है और राजिम को जिला बनाने के लिए साहू समाज के द्वारा सामाजिक संगठन ग्राम, नगर, परिक्षेत्र, तहसील एवं जिला स्तर पर भी इस मांग को उठाया जाएगा। राजिम को जिला बनाने की मांग करने वालों में प्रमुख रूप से नगर साहू संघ के संरक्षक डॉ महेंद्र साहू, लाला साहू, नगर साहू संघ के पूर्व अध्यक्ष भोले साहू, अध्यक्ष भवानी शंकर साहू, सचिव राजू साहू, पूर्व सचिव श्याम साहू, उपाध्यक्ष चोवराम साहू, श्रीमती उमा देवी साहू, रामजीवन साहू, लीलाराम साहू, किशन साहू, शालिकराम साहू, संतोष साहू, वेदराम साहू, रामकुमार साहू, तरुण साहू, ईश्वरी साहू, कुंदन साहू, भागवत साहू, हरिनाथ साहू सहित समाज के प्रमुख लोग शामिल है।


