दुर्ग

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 22 मार्च। भारतमाला सडक़ निर्माण से आने वाली समस्याओं का निराकरण को लेकर अब तक कोई पहल नहीं होने होने से ग्राम थनौद, चंगोरी, बिरेझर एवं अंजोरा के किसानों में भारी रोष व्याप्त है। वर्तमान में जिस तरह सडक़ बनाई जा रही है, इससे किसानों को 2500 हेक्टेयर कृषि भूमि में आने जाने में बड़ी समस्या होगी। इसे लेकर नाराज नदी तट पर बसे 4 ग्रामों के किसानों ने 15 दिवस के अंदर समस्या का समाधान नहीं होने पर अनिश्चितकालीन आंदोलन की चेतावनी दी है। ज्ञापन सौंपने वाले ग्रामीणों का कहना है कि भारतमाला राष्ट्रीय राजमार्ग निर्माण के तहत शिल्पग्राम थनौद, बिरेझर, चांगोरी, अंजोरा के किसान ग्रामीणों पर आने वाली फसल क्षति 2500 हेक्टेयर कृषि भूमि में आवागमन परिवहन में समस्या को देखते हुए पिछले 1 वर्ष पूर्व अपनी मांगों को लेकर जिला प्रशासन के उच्च अधिकारियों को कई बार लिखित और मौखिक रूप से समस्या से अवगत कराया जा चुका है। आज पुन: सैकड़ों की संख्या में किसान और ग्रामीण कलेक्ट्रेट पहुंचकर अपनी मांगों को लेकर आवेदन दिए हैं, और उन्होंने कहा है कि 15 दिवस के समय अवधि में मांग पूरी नहीं होने पर सभी ग्रामों की खतरा को देखते हुए अनिश्चितकालीन आंदोलन किया जाएगा।
किसान अनिल देवांगन ने बताया कि ग्राम थनौद, बिरेझर, चंगोरी व अंजोरा शिवनाथ नदी के तट पर बसा हुआ है जिसके कारण प्रतिवर्ष आने वाली बाढ़ से किसानों को नुकसान सहना पड़ता है। इस मामले में पूर्व में12 अप्रैल 2024 को जिलाधीश को अवगत कराया जा चुका है जिसके बाद दिनांक 18 अप्रैल 2024 को अनुविभागीय अधिकारी तहसीलदार समस्त ग्रामवासी जनप्रतिनिधि राष्ट्रीय राजमार्ग अधिकारी व ठेकेदार की उपस्थिति में स्थल निरीक्षण कराया जा चुका है एवं जांच दल द्वारा मांग को सही करार देते हुए उस पर पुन:विचार एवं जनहित में सर्वे करवाने की पेशकस रा.रा.प्रा. के अधिकारीयों को निर्देश दिया जा चुका है।
किसान और ग्रामीणों का कहना है कि बाढग़्रस्त क्षेत्र होने की वजह से नदी नाले पर बनाये जाने वाली ब्रिज की लंबाई बढ़ाई जाये जिससे नाले से 500 मीटर पहले से लेकर पूरी नदी तक िब्रज द्वारा रोड का निर्माण किया जाये। जबकि वर्तमान में नदी और नाले पर ही ब्रिज बनाई जा रही है। साथ ही आसपास के जगह पर मिट्टी पाटकर रोड निर्माण किया जाना उनके प्रावधान में है जो किसान हित में नुकसान दायक है। वहीं गांव में गुजरने वाली रोड पर सभी क्रासिंग अंडरब्रिज की ऊंचाई 4 मीटर है जिससे गांव में कृषि यंत्र हारवेस्टर एवं शिल्पग्राम होने की वजह से यहां 20-22 फीट उंचाई का मूर्ति बनता है एवं धान मंडी केन्द्र होने से परिवहन संबधी समस्या से अवगत एवं निराकरण के लिए ब्रिज की ऊंचाई 6 मीटर किये जाने की मांग की गई है। उन्होंने बताया कि उक्त मांगों के संबंध में लिखित जानकारी समस्त ग्रामवासियों द्वारा जनप्रतिनिधि नितीन गडकरी के. परिवहन मंत्री, उप मुख्यमंत्री अरूण साव, सांसद विजय बघेल, विधायक ललीत चंद्राकर, एस.डी.एम. दुर्ग, परियोजना निदेशक अधिकारी पी.आई. यू. रायपुर एन.एच.30 झांकी अभनपुर जिला रायपुर छ.ग. को दिया जा चुका है। इस दौरान जिला पंचायत सदस्य प्रिया लक्ष्मी साहू (जनपद सदस्य संगीता साहू, मेनका देशमुख सरपंच थनौद, हीरामन देशमुख ( सरपंच चगोरी), इंद्रजीत साहू (सरपंच बिरेझर), संतोष सारथी सरपंच अंजोरा, दिनेश देशमुख, हरेन्द्र देव सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।