दुर्ग

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 21 मार्च। प्राचीन सिद्ध पीठ श्री किल्ला मंदिर के स्वयं भू हनुमान के दरबार में स्थानीय भजन मंडली और मोहल्ले के भक्तगण बुधवार को रंगपंचमी के अवसर पर भगवान और भक्तों के मध्य रंग गुलाल से तथा फूल पंखुड़ी और फाग के साथ रंग पंचमी उत्सव हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।
रंगपंचमी के अवसर पर शाम को आरती पश्चात फाग का आयोजन हुआ जिसमें भक्त गण झूम कर नाचे तथा माहौल को रंग गुलाल फुल से सराबोर कर दिए। मंदिर के मुख्य पुजारी मयंक शर्मा ने पूजा पाठ करके इस रंग पंचमी उत्सव की शुरुआत की और देर रात तक मंदिर में भक्तों का तांता लगा रहा।
चैत्र कृष्णपक्ष की पंचमी तिथि के दिन रंगपंचमी का त्योणहार बडी धूम-धाम से मनाया जाता है। रंगपंचमी को श्री पंचमी के नाम से भी जाना जाता है। होली के बाद पंचमी तिथि तक होली का त्यौहार चलता है। भारत देश के कई इलाकों में रंगपंचमी बहुत हर्ष-उल्लास एक साथ मनायी जाती है। धार्मिक मान्यता के अनुसार इस दिन भगवान श्रीकृष्ण ने श्रीराधा जी और गोपियों के साथ होली खेली थी। इस दिन राधा-कृष्ण की पूजा की जाती है।
उक्त कार्यक्रम में श्री किल्ला मंदिर लोक न्यास के समस्त पदाधिकारी सदस्य तथा बड़ी संख्या में महिला श्रद्धालु उपस्थित हो कर रंग गुलाल और फूल के साथ देवों की होली का लाभ प्राप्त हुआ । यह जानकारी द्रोण ताम्रकार अधिवक्ता सह सचिव श्री किल्ला मंदिर लोक न्यास के द्वारा प्रदान किया गया।