दुर्ग

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 19 सितंबर। स्वामी आत्मानंद शासकीय उमावि, खमरिया जुनवानी दुर्ग, प्रदेश का एक मात्र ऐसा स्कूल है जिसका संचालन प्राचार्य नहीं पति करते हैं । पति स्वयं इसी स्कूल के रिटायर्ड प्राचार्य रहे हैं। इस मामले की कलेक्टर दुर्ग से शिकायत की गई है । कलेक्टर ने बीते 22 मई को जांच कर रिपोर्ट मांगा था । लेकिन शिकायत पत्र पर दुर्ग जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा कोई कार्यवाही जाँच नहीं की गई।
इसी पत्र के मुताबिक श्रीमति वंदना गुप्ता वर्तमान में प्रभारी प्राचार्या हैं। मूलत: एलबी व्याख्याता रही श्रीमती गुप्ता को नियमों को ताक में रख एवं अनुभव की गलत जानकारी देकर प्रभारी प्राचार्य बनाया। पत्नी के अनुभव कि गहराई समझते हुए ही आर.पी गुप्ता रोजाना वह अपनी पत्नी के साथ प्राचार्य कक्ष में बैठकर कार्य करते हैं। इसकी शिकायत पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी को कई बार की गई परंतु उनके द्वारा कोई समाधान नहीं किया गया। इसके बाद से यह दंपत्ति शिक्षकों और कुछ पालकों पर संदेह जताते हुए बच्चों को प्रताड़ित करते हैं । और शिक्षकों से अभद्रता करने के साथ स्कूल अवधि खत्म होने के बाद भी देर शाम तक रोक कर रखा जाता है।
और शिक्षकों को प्रतिनियुक्ति समाप्त कर , स्थानांतरण करवाने तथा उनका वार्षिक मूल्यांकन एसीआर खराब करने की धमकी देती हैं। और संविदा कर्मियों का संविदा समाप्त करने कहकर उन्हें परेशान किया जा रहा है।
विरोध करने वाले पालकों के बच्चों को अनुत्तीर्ण करने की धमकी दी जाती है। इस संबंध में डीईओ मिश्रा ने छत्तीसगढ़ से कहा कि मामले की जांच करवाएंगे।