धमतरी

गंगरेल बांध के पास हाथियों की मौजूदगी से दहशत
21-Feb-2021 3:34 PM
गंगरेल बांध के पास हाथियों की मौजूदगी से दहशत

बच्चों को गजराज वाहन में बैठाकर स्कूल ला रहे 

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमतरी, 21 फरवरी।
मुख्यालय से लगे हुए ग्राम गंगरेल, विश्रामपुर, तुमराबहार, डांगीमांचा, कसावाही तुमाबुजर्ग में हाथियों के चहलकदमी से इलाके में दहशत का माहौल है। जिस पर जिला प्रशासन निरंतर नजर बनाए हुए है। एसपी बीपी राजभानु ने भी उत्पात वाले क्षेत्रों का दौरा किया। गंगरेल डेम एवं गार्डन क्षेत्रों आवाजाही बंद करा दी गई है।

ग्रामवासियों के अनुरोध पर वन विभाग ने पहल करते हुए क्षेत्र के स्कूली बच्चों को सुरक्षा के साथ गजराज वाहन में बैठाकर घर से स्कूल और स्कूल से घर छोड़ रहे हंै, ताकि छात्र-छात्राओं को हाथियों द्वारा किसी तरह का कोई नुकसान ना हो।

ज्ञात हो कि इलाके में करीब 18 दिन से हाथियों के दल ने  खेतों में लगे धान-गेहूं, केलाबाड़ी सहित अन्य फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं, जिससे किसान चिंतित है। शुक्रवार रात को हाथियों के दल ने फिर से गंगरेल बांध स्थित जल संसाधन के गार्डन में जमकर उत्पात मचाते हुए तोडफ़ोड़ किया है। 

वन विभाग द्वारा हाथियों की हर गतिविधियों पर दिन रात नजर रखी जा रही है। जिससे जान माल की होने वाले नुकसान को रोका जा सके। इसके साथ ही हाथियों को क्षेत्र से खदेडऩे के लिए अनेक तरह से प्रयास किए जा रहे हंै। लेकिन बांध क्षेत्र होने के कारण हाथियों को यहां से खदेडऩे में दिक्कत हो रही है। 
सोरम में युवक की मौत के बाद आक्रोशित लोगों ने डीएफओ से मांग की थी कि यहां से गुजरने वाले स्कूली विद्यार्थियों को सुरक्षा दी जाए। जिस पर डीएफओ सतोविशा समाजदार ने तत्काल घोषणा करते हुए कहा था कि गजराज वाहन में बच्चे पलकों के साथ आना जाना करेंगे, इसे अमल करते हुए गजराज वाहन में स्कूली बच्चों को गजराज वाहन में सोरम भटगांव के स्कूल छोड़ा जा रहा है।

रात को बेलतरा की ओर पहुंचा हाथियों का दल
शनिवार रात 9.30 बजे सूचना प्राप्त हुई है कि हाथियों का दल बेलतरा की ओर बढ़ गया है। वहां पर पोल्ट्री फॉर्म और फॉर्म हाउस हैं, जिसके संचालकों में दहशत है। गांव में शाम होते ही लाइट बंद करा दी जाती है। 

रेंजर महादेव कन्नौजे ने बताया कि गंगरेल से 10 किलोमीटर दूर तक खदेड़ दिया गया है अब आगे बालोद सीमा की ओर जाने की संभावना है, इसी मार्ग से वह आया था।


अन्य पोस्ट