धमतरी

सेजेस सिंगपुर में एसएमडीसी एवं पालकों से चर्चा के बाद बनी रणनीति
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नगरी, 29 जुलाई। सिंगपुर के आसपास के सत्रह गांव के समाज प्रमुखों ,पालकों , विद्यालय विकास एवं प्रबंधन समिति (एसएमडीसी) सदस्यों की बैठक रविवार को विद्यालय अवकाश के दिन आयोजित की गई। जिसमें गुड पैरेंटिंग (श्रेष्ठ पालकत्व ) पर विस्तृत बातचीत की गई। बातचीत तभी प्रभावी हो सकती है जब पालक उपस्थित हों। अत: स्टाफ के सभी शिक्षकों ने तय किया कि पालकों के घर घर जाकर उन्हें आमंत्रित किया जाए। यह तरीका बहुत ही कारगर रहा। बैठक में लगभग चार सौ लोगों की उपस्थिति रही।
बातचीत में बच्चे के प्रात: उठने से लेकर सोते तक के क्रियाकलाप पर विन्दुवार न केवल चर्चा की गई। अपितु प्रत्येक बिंदु पर आम पालकों की सहमति बनाते हुए पालकों के लिए जिम्मेदारी भी तय की गई। प्रात: जल्दी पढऩे के लिए उठाना, स्कूल की आवश्यक तैयारी ,समय पर विद्यालय भेजना,विद्यालय से घर वापसी के समय बच्चों से स्कूली गतिविधियों पर बातचीत, सीखने सिखाने पर शिक्षकों से चर्चा भेंट मुलाकात ,गृह कार्य की पूर्णता का सत्यापन, रात्रि में अध्ययन अध्यापन की मानीटरिंग हेतु प्रत्येक गाँव में तीन चार वालिंटियर की नियुक्ति कर रात्रि में ग्राम भ्रमण कर बच्चों की पढ़ाई पर निगरानी रखने ,मासिक परीक्षा पश्चात विद्यालय में आयोजित बैठक में शत प्रतिशत उपस्थिति ,बच्चों के जन्म दिन पर विद्यालय को प्रतियोगी पुस्तक भेंट करना,बच्चों को नशे से मुक्त रखना, प्रत्येक रविवार को स्कूली गतिविधियों एवम बच्चों के सीखने सिखाने की समीक्षा में भाग लेना आदि पर चर्चा कर आम सहमति भी बनाई गई।
विद्यालय के इस पहल से पालकों में उत्साह का संचार हुआ है। उपस्थित स्कूल डेवलपमेंट एंड मॉनिटरिंग कमेटी (एसएमडीसी) के सदस्य तथा सभी समाज प्रमुखों ने सामाजिक स्तर पर बैठक आयोजित कर अपने अपने गाँव में शत प्रतिशत लागू करने का संकल्प लिया है। बातचीत के दौरान समाज प्रमुखों ने सिंगपुर में त्वरित कोवालिंटियर नियुक्त किया। ये वालिंटियर प्रतिदिन शाम को न केवल स्कूली बच्चों की निगरानी करेंगे । अपितु घर घर जाकर देखेंगे कि बच्चे पढ़ तो रहे हैं। इस कार्य की जिम्मेदारी सिंगपुर सरपंच ने लेते हुए तीन दिन में वालिंटियर नियुक्ति का संकल्प लिया। यह भी तय हुआ कि जितने समय तक बच्चे पढ़ेंगे उतने समय तक घर की टी व्ही बन्द रहेगी। गृह कार्य होते ही पालक बच्चों की कापी पर हस्ताक्षर कर समय भी नोट करेंगे। इसी तरह से बच्चों की निगरानी करने के लिए पूरे गांव में सी. सी टी. व्ही. लगाने का निर्णय लेते हुए रात्रि आठ बजे तक बच्चों को पढऩे बिठाने का निर्णय लिया गया। सेजेस सिंगपुर के शिक्षक तथा बच्चों ने भी पालकों के इस अभिनव पहल का स्वागत किया है।
समाज प्रमुखों के साथ आयोजित बैठक में कंवर समाज से जितेंद्र गंगासागर,फणीश गंगासागर, कौशल दीवान,ईश्वर दीवान, गणेश दीवान, डेमिन कंवर,सेन समाज से अनिल सेन,चन्द्रभान सेन,नरेश सेन,गोंड़ समाज से सुंदर सिंह कुंजाम, पूनम नेताम,खुमान सिंह मरकाम,हरि मरकाम,रोहित ध्रुव,दुर्योधन मरकाम, बिसाहिन ध्रुव,अंजनी नेताम,पुनीत राम ध्रुव,चमन सोरी,रावत समाज से बुधराम यादव, कुमेश्वरी यादव,मानसिंह यादव , थानसिंह यादव,यामिनी यादव,गोविंद यादव,हल्वा समाज से सुनील सोम,मन्नू लाल काशी,मसीह समाज से साम्वेल ग्वाल , जीवन अभिषेक,सोहन ग्वाल,कमार समाज से राय सिंह पहारिया, विष्णु पहारिया,खम्मन बाई,रामकृष्ण पहारिया,साहू समाज से एस एम डी सी अध्यक्ष धनन्जय साहू, सरपंच लोमेश्वर साहू, दौलत साहू,देवली साहू, डॉ हेमन्त साहू,धनीराम साहू,चोवाराम साहू,ऋषि साहू,योगेंद्र साहू, निर्मलकर समाज से विष्णु निर्मलकर, मुस्लिम समाज से रहबर अली,इकरामुद्दीन खान,अयूब खान,सफीना बानो,जमाल रिज़वी,विधायक प्रतिनिधि इशहाक खान,ब्राह्मण समाज से ज्योति तिवारी,बैंकटेश तिवारी, सिन्हा समाज से राधेलाल सिन्हा,पटेल समाज से गोपाल पटेल,मेष कुमार पटेल, रवींद्र पटेल, महार समाज से डी पी बागड़े तथा कर्मचारी वर्ग से पुनेश महिलांग,ओसिस साहू,पूनम उपस्थित रहे।
इस तरह से गुड पैरेंटिंग पर आम सहमति के बाद विद्यालय का वातावरण और भी सीखने सिखाने लायक बन गया है। विद्यालय के प्राचार्य डॉ. व्ही. पी. चन्द्रा,शिक्षकों में गोविंद नेताम, आर बी मरकोले, कल्याण कौशल,देवेंद्र देवांगन,राधेश्याम साहू,रीना ध्रुव,शारदामणि साहू,वेदराम सिन्हा, प्रेमलाल साहू,मोनिका रावटे, रामकृष्ण साहू,खिलेश्वर साहू,जितेंद्र ग्वाल,दुलेश्वरी ध्रुव,योगेश साहू,जितेंद्र ध्रुव,टिकेश्वर ध्रुव ने पालकों की इस पहल का स्वागत कर विद्यालय को उत्कृष्ट बनाने का संकल्प लिया है।