धमतरी

मोर गांव मोर पानी कार्यक्रम में शामिल सभापति बोली जल है तो कल है
02-Jun-2025 7:25 PM
मोर गांव मोर पानी कार्यक्रम में शामिल सभापति बोली जल है तो कल है

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

कुरुद, 2 जून। विकास के नाम पर शहर से लेकर गांव तक सीमेंट के जंगल उगाये जाने से वाटर रिचार्जिंग नहीं हो रहा है। परिणाम स्वरूप भूमिगत जल श्रोत तेजी से घटने लगा है। इस समस्या से निजात पाने सरकार ने मनरेगा के तहत मोर गाँव मोर पानी कार्यक्रम शुरू किया है। जिसके तहत जल संरक्षण एवं संवर्धन के लिए समाज में जनजागृति लाने पंचायत स्तर पर कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है।

राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री ने मोर गांव मोर पानी महाअभियान का शुभारंभ किया था। जिसके तहत जल संरक्षण एवं संवर्धन के संबंध में ग्रामीणों में जन जागरूकता का प्रचार-प्रसार करने ग्राम पंचायत एवं अन्य शासकीय भवनों की दीवारों पर सुझावात्मक स्लोगन लिखवाने मैदानी अमलों को निर्देशित किया गया था। लेकिन इस दिशा में उतना काम नहीं हुआ है। कुछ जनप्रतिनिधि रुचि लेकर अपने क्षेत्र में इसे आगे बढ़ा रहे हैं। इसी के तहत जनपद पंचायत सभापति सिन्धु बैस ने अपने निर्वाचन क्षेत्र के ग्राम पंचायत कुर्रा,देवरी में मोर गाँव मोर पानी के तहत जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन कराया। जिसमें महिलाओं ने हाथों में तख्ती लेकर जल संरक्षण का संदेश दिया। इस मौके पर उन्होंने बताया कि वर्तमान समय में जल की समस्या हर जगह उत्पन्न हो रही है, सीसी रोड़, पक्के मकान होने से  बारिश का पानी को धरती के भीतर जाने के बजाय बहकर बर्बाद हो रहा है।

जिससे इस मौके पर सरपंच योगमाया साहू, धार्मिन यादव, थानेश्वर, भागीरराम बैस, रुपेश्वर साहू, रूपराम, मोहनलाल, रामकृष्ण साहू, देविका साहू, अमित साहू, मालती साहू, राधिका ध्रुव, यशवंत यादव, फुलिता, धनेश्वरी, कौशिल्या साहू, सुमित्रा यादव सहित गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। मनरेगा परियोजना अधिकारी ने बताया कि 2 से 6 जून तक अभियान चलाकर पंचायतों में मोर गाँव मोर पानी के तहत जनजागरण प्रोग्राम चलाया जा रहा है।

इसके लिए कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया गया है, जनप्रतिनिधियों को भी इस अभियान में शामिल किया जाएगा।


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