धमतरी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कुरूद, 27 मई। चर्रा में कृषि महाविद्यालय की शानदार बिल्डिंग बन कर तैयार है। यहाँ पढ़ाई भी शुरू कर दी गई है, लेकिन क्षेत्रवासी दो साल से लोकार्पण के लिए मुख्यमंत्री का बाट जोह रहे हैं। उद्घाटन की औपचारिकता पूरी होने से यह शिक्षा संस्थान अपनी पूरी गति से ज्ञान का उजियारा बिखेरने लगेगा।
गौरतलब है कि एनएच -30 में कुरुद से धमतरी मार्ग में पुर्व दिशा की ओर दो किलोमीटर की दूरी पर ग्राम चर्रा में कृषि महाविद्यालय एवं केन्द्रीय विद्यालय की शानदार बिल्डिंग बन कर तैयार है। पिछले बरस केवी का उद्घाटन पीएम मोदी ने वर्चुअल तरीके से कर दिया था। तब से वहाँ पूरी क्षमता के साथ बच्चों की पढ़ाई हो रही है। लेकिन ठीक इसके बगल में बन कर तैयार एग्रीकल्चर कॉलेज बिल्डिंग अपने लोकार्पण का इंतजार कर रही है।
ज्ञात हो कि वर्तमान विधायक अजय चन्द्राकर ने अपने मंत्रित्वकाल में दमखम का परिचय देते हुए सरकार से यहां एग्रीकल्चर कॉलेज को मंजूरी दिलवाईं थी। करीब 10 एकड़ के इस कैम्पस में भव्य एवं खूबसूरत बिल्डिंग बन कर तैयार हो गई है। जिसमें क्लास रूम, लैब, इग्जाम हाल, लायब्रेरी, कार्यालयीन उपयोग के लिए अलग अलग भवन बनाएं गये हैं। इसके अलावा 40+40 सीटर ब्याज एवं गर्ल्स हॉस्टल भी तैयार किया गया है। प्रायोगिक खेती का इंतजाम भी परिसर में उपलब्ध है। ताकि यहां बीज अनुसंधान, फसलों में होने वाली कीटव्याधी के कारण एवं नियंत्रण की दिशा में काम किया जा सकें। यहाँ पर यह बताना लाजमी होगा कि अपने गाँव घर के पास इस कॉलेज में पढक़र कृषि के क्षेत्र में अपना करियर बनाने का ख्वाब पाले हजारों युवा एवं उन्नत खेती किसानी के सहारे समृद्धि की ओर कदम बढ़ाने की सोंच रखने वाले क्षेत्रिय किसानों के सपने साकार करने विधायक अजय चन्द्राकर ने कुरुद- चर्रा की जमीन पर में कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केंद्र को आकार दे चुके हैं।
लोकार्पण की औपचारिकता पूरी होते ही इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय से संबद्ध धमतरी जिला का यह एकलौता संस्थान अपने मकसद को पूरा करने की यात्रा शुरू कर सकता है। डीन पीएल जॉनसन ने बताया कि गवर्नमेंट हाई स्कूल भवन में 2018-19 से शुरू प्रथम सत्र में 24 विद्यार्थियों ने प्रवेश लिया था। वर्तमान में यहां नये भवन में कोरबा, बिलासपुर, राजनांदगांव, जगदलपुर,कांकेर, धमतरी आदि जिलों के सैकड़ों छात्र छात्राएं पढ़ाई कर रहे हैं। कृषि शिक्षा, अनुसंधान एवं प्रसार के उद्देश्य से खोले गए इस संस्थान में 12 विभाग के लिए 41 सदस्यी सेटअप मंजूर किया गया है।