दन्तेवाड़ा

अयप्पा मंदिर में मंडल व्रत पूजा का 21वां दिन
08-Dec-2025 10:48 PM
अयप्पा मंदिर में मंडल व्रत पूजा का 21वां दिन

भक्ति, परंपरा और दक्षिण भारतीय संस्कृति से निखर उठा मंदिर परिसर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

बचेली, 8 दिसंबर। नगर के अयप्पा मंदिर में स्वामी अयप्पा सेवा समिति द्वारा संचालित 41 दिवसीय मंडल व्रत पूजा अपने आध्यात्मिक शिखर की ओर अग्रसर है। सत्रह नवंबर से आरंभ हुए इस वार्षिक अनुष्ठान का रविवार को 21वां दिन पूर्ण हुआ, जिसमें शहर और आसपास के क्षेत्रों से श्रद्धालुओं की उल्लेखनीय उपस्थिति रही। लगातार बढ़ती भीड़ से मंदिर परिसर भक्तिमय माहौल से सराबोर है।

पूजा का नेतृत्व केरल से पधारे पंडित श्री वासुदेवन पोथी द्वारा किया जा रहा है, जो बीते 21 वर्षों से बचेली में पारंपरिक विधि-विधान के साथ इस अनुष्ठान का संचालन कर रहे हैं। उनकी मंत्रोच्चारण से मंडप में गूंजता आध्यात्मिक वातावरण भक्तों को विशेष अनुभूति प्रदान करता है।

मंदिर स्थापना के बाद से यह मंदिर दक्षिण भारतीय परंपरा का सांस्तिक केंद्र बना हुआ है। प्रतिदिन की शाम की पूजा के पश्चात चावल, गुड़, नारियल और मिश्री से बने पारंपरिक प्रसाद का वितरण भक्तों के बीच किया जाता है।  पूजा के अंत में सभी के लिए प्रसाद के रूप में भोजन प्रदान किया जाता है। जिसमे श्रद्धालु अपनी इच्छा अनुसार दान करते है।

समिति के अनुसार इस वर्ष 14 दिसंबर को भव्य महाभंडारा आयोजित किया जाएगा, जिसमें हजारों श्रद्धालुओं के शामिल होने की संभावना है। वहीं मंडल पूजा 27 दिसंबर तक चलेगी। इसके बाद मंदिर 10 से 14 जनवरी 2026 तक मकर संक्रांति पर्व के लिए खुलेगा, जिसके पश्चात पट पुन: वर्षभर के लिए बंद रहेंगे।

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस अवधि में पूजा व व्रत करने से शनि दोष का निवारण होता है, जिसके चलते इन दिनों बड़ी संख्या में श्रद्धालु विशेष पूजा-अर्चना करवा रहे हैं। मंदिर परिसर इन दिनों भक्ति, अनुशासन और दक्षिण भारतीय परंपराओं की अनोखी छटा बिखेर रहा है।


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