‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 1 दिसंबर। सिलगेर व बुरजी के आंदोलनरत ग्रामीणों से मिलकर लौटने के बाद छजकां अध्यक्ष अमित जोगी ने कहा कि आदिवासियों महिलाओं के साथ अत्याचार किया जा रहा है। जिसे वे बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि वे पीडि़तों को न्याय दिलाने राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग राष्ट्रीय महिला आयोग व सुप्रीम कोर्ट तक जाएंगे।
यहां सर्किट हाऊस में पत्रकारों को संबोधित करते हुए अमित जोगी ने कहा कि वे दो दिनों से बीजापुर में रहकर ये देख चुके हंै कि यहां सरकार की पहुंच अंदुरुनी क्षेत्रों तक नहीं हो पाई है। उन्होंने कहा कि सिलगेर व बुरजी के ग्रामीणों से बात करके उन्हें कई गंभीर मामले पीडि़त परिवारों से मिले।
श्री जोगी ने कहा कि दो सगी बहनों की एक साजिश के तहत हत्या कर दी। वहीं 14 अगस्त को बेचापाल में एक युवती के साथ सामूहिक बलात्कार किया गया। उन्होंने कहा कि वे इस मामले को राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग, राष्ट्रीय महिला आयोग व सुप्रीम कोर्ट तक ले जाएंगे और पीडि़तों को न्याय दिलाएंगे।
अमित जोगी ने राज्य की भूपेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार विकास की बात करती है, लेकिन यहां पांच किलोमीटर के दायरे तक ही विकास सिमट गया है। अंदुरुनी क्षेत्र सरकार की पहुंच से अब भी दूर है।
उन्होंने आगे कहा कि वे दो दिन से बीजापुर में है और अंदुरुनी क्षेत्रों तक पहुंचे हैं, लेकिन उन्हें कहीं भी सरकार की पहुंच नजर नहीं आई। अभी भी हजारों ग्रामीणों के आधार कार्ड, राशन कार्ड व वोटर आईडी कार्ड नहीं बन पाए हैं।
अमित जोगी ने कहा कि यहां पुलिस व नक्सली के बीच लड़ाई में महिलाओं पर अत्याचार किया जा रहा है, जो कतई ठीक नहीं है। उन्होंने बताया कि इस अत्याचार से पीडि़त दो बहनें अभी जीवित हंै।
इनमें एक ने तो राज्य महिला आयोग के पास भी अपनी आपबीती बताई है। बावजूद अब तक कोई कार्यवाही नहीं कि गई है। उन्होंने कहा कि अत्याचार नरसंहार के कई मामले ग्रामीणों ने उन्हें बताए है।
इस दौरान जेसीसी के सकनी चन्द्रिया, जमुना सकनी, नवनीत चांद, अमित पांडेय, टंकेश्वर भारद्वाज, रौशन झाड़ी मौजूद रहे।