ट्रेड यूनियन काउंसिल ने मांगों का किया समर्थन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 4 अगस्त। के.आई.टी. कर्मचारी संघ अपने लंबित 5 सूत्रीय मांगों को लेकर 25 जुलाई से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। मांगों पर प्रशासन द्वारा कोई संज्ञान नहीं लिए जाने पर केआईटी के समस्त कर्मचारीयों द्वारा स्थानीय आंबेडकर चौक पर एकत्र होकर अपने मांगों के समर्थन में नारेबाजी की गई।
केआईटी कर्मचारी संघ के मांगों का समर्थन ट्रेड यूनियन काउंसिल द्वारा किया गया तथा नेता जयंत बहिदार ने भी समर्थन किया। सभा को सम्बोधित करते हुए ट्रेड यूनियन काउंसिल के उपाध्यक्ष शेख कलीमुल्लाह ने कहा कि कर्मचारियों को 16 माह से वेतन नहीं मिलना दुर्भाग्य जनक है। बहुत ही विषम परिस्थिति में केआईटी कर्मचारी एवं उनका परिवार है। आर्थिक समस्याओं से जूझ रहे के आई टी कर्मचारियों की मांगों का ट्रेड यूनियन काउंसिल समर्थन करता है तथा जिला प्रशासन एवं राज्य प्रशासन से तत्काल वेतन आहरण हेतु सार्थक प्रयास की मांग करता है. कर्मचारी विगत 20 सालों से काम कर रहे हैं लेकिन उनका भविष्य सुरक्षित नहीं है, इनकी समस्याओं का स्थाई समाधान होना चाहिए। रायगढ़ जिला आदिवासी बाहुल्य जिला है ऐसे में के.आई.टी. मैं समस्त सुविधाएं उपलब्ध होनी चाहिये ताकि आदिवासी, हरिजन एवं गरीब बच्चे कम फीस में इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी कर सके।
नेता जयंत बहिदार ने कहा कि हम सब के अथक प्रयास से केआईटी की स्थापना हुई थी मगर अफसोस आज यह बदहाल स्थिति में है जिले के जनप्रतिनिधियों को सामने आकर इसकी बदहाली दूर करनी चाहिए और कर्मचारियों को समय पर वेतन मिल सके यह सुनिश्चित करना चाहिए। सभा पश्चात सभी कर्मचारी अंबेडकर चैक से रैली की शक्ल में कलेक्ट्रेट पहुंचे और राज्यपाल के नाम श्री एम के कंवर डिप्टी कलेक्टर रायगढ़ को ज्ञापन दिया गया. तथा लंबित 16 माह के वेतन आहरण के लिए समुचित प्रयास करने का आग्रह किया गया।
केआईटी कर्मचारी संघ के नेताओं का कहना था कि पूर्व में कलेक्टर साहब ने इसके शासकीय करण के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा गया था यदि यह प्रस्ताव शासन स्तर से स्वीकृत हो जाता है तो एक बेहतर इंजीनियरिंग कॉलेज के साथ-साथ सभी समस्याओं का निराकरण हो जाएगा।
रैली ज्ञापन कार्यक्रम में के. आई. टी. कर्मचारी संघ केपी के देवांगन, राकेश पटेल,प्रकाश सेन, संजय मिरानिया, अतुल साहू, अतुल देवांगन, जितेंद्र साव,के के गुप्ता,महेश पंडा, देवेश डंसेना के एल गुप्ता, डॉ. सुजाता कुमार, डॉ. नमिता सरकारउत्तमा सूर्यवंशी, मिली पटेल,जाया श्रीवास्तव,राम सिला पटवा,मंजुलता पंडा आदि तथा कामरेड वेद प्रकाश अजगले उपस्थित थे।