‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 19 जनवरी। महासमुंद जिले में मध्याह्न भोजन के लिए खरीदे गए बर्तन में गड़बड़ी का आरोप भाजपा युवा मोर्चा ने लगाया है। इनका आरोप है कि शिक्षा विभाग के अफसरों ने कोविड काल में प्रदेश में एक करोड़ 49 लाख रुपए के बर्तनों की खरीदी नियमों को ताक पर रखकर की है। खरीदी किए गए बर्तनों के वितरण में भी गड़बड़ी की गई है। इनका कहना है कि विभाग ने 13 प्रकार के बर्तनों की खरीदी की थी लेकिन स्कूलों में पांच से छह प्रकार के ही बर्तन दिए गए हैं। इस संबंध में भाजयुमो जिलाध्यक्ष जसराज बाला चंद्राकर ने साथियों समेत एक पत्रकार वार्ता में बताया कि जब सूचना के अधिकार के तहत जानकारी शिक्षा विभाग से मांगी गई, तब मामले का खुलासा हुआ। इस संबंध में उन्होंने कलेक्टर के नाम कार्रवाई के लिए मंगलवार को डिप्टी कलेक्टर नेहा भेडिय़ा को ज्ञापन भी सौंपा है।
इस मामले में प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी हिमांशु भारतीय का कहना है कि बर्तनों की खरीदी पूर्व में हुई है और इसका वितरण भी पूरे स्कूलों में किया गया है। गड़बड़ी कहीं नहीं है। यदि ऐसा है तो जांच कराई जाएगी। भाजयुमो जिलाध्यक्ष जसराज बाला चंद्राकर ने पत्रकारवार्ता के दौरान बताया कि बर्तन वितरण मामले की जानकारी होने पर सूचना का अधिकार के तहत जानकारी एकत्रित की गई। तब पता चला कि शिक्षा विभाग ने एक करोड़ 49 लाख रुपए का बर्तन खरीदी किया गया है। कोरोना काल में जब स्कूल बंद था तो जल्द खरीदी करना समझ से परे है। जब स्कूलों में जांच की गई तो पता चला कि बर्तनों का वितरण पूरी तरह से नहीं हुआ है। इसके बाद कलेक्टर के नाम 7 बिंदुुओं में जांच के लिए ज्ञापन सौंपा है। इस दौरान दिनेश रुपरेला, भानू प्रसाद साहू, विकास चंद्राकर, जतिन रुपरेला, प्रेम चंद्राकर, प्रदीप चंद्राकर मौजूद थे।
इनका आरोप है कि शिक्षा विभाग ने तेंदूलोथा प्राइमरी स्कूल में पांच प्रकार के बर्तन, पीढ़ी प्राइमरी स्कूल में पांच बर्तनों का वितरण किया है। जबकि टेंडर के मुताबिक चौमुखा, खलबत्ता, पोहा चलनी, धामा 1 किलोग्राम, तगारी 1.400 किलोग्राम, धामा 600 ग्राम, पल्टा 350 ग्राम, पानी की टंकी 2.800 किग्रा, पानी की टंकी 2.300 किग्रा, दाल पात्र, एल्युमिनियम एलोय 6 लीटर व 13 लीटर की खरीदी हुई है। इन सभी बर्तनों को 786 स्कूलों में नियमत: वितरण करना था। लेकिन स्कूलों में पूरा बर्तन का वितरण नहीं किया गया है।
इन्होंने बताया कि जिले में बर्तन खरीदी के लिए वित्तीय वर्ष 2020.21 के लिए दो बार राशि की स्वीकृति मिली है। पहली बार 427 स्कूल के लिए 65 लाख 90 हजार रुपए और दूसरी बार 359 स्कूल के लिए 59 लाख 5 हजार रुपए वित्त नियंत्रक लोक शिक्षण संचालनालय से जारी किया गया है। शिक्षा विभाग ने मिली भगत से एक ही फार्म से बर्तन की खरीदी की गई है। अन्य फर्मो की जानकारी शिक्षा विभाग के पास नहीं है।
मालूम हो कि महासमुंद जिले के 427 प्राइमरी व 359 माध्यमिक स्कूलों में मध्याह्न भोजन के लिए बर्तनों की खरीदी वित्तीय वर्ष 2020.21 में शिक्षा विभाग के द्वारा की गई है।
इन स्कूलों में मध्याह्न भोजन परोसने के साथ-साथ बनाने के लिए करीब 13 प्रकार के बर्तनों की खरीदी हुई है। जिन बर्तनों की खरीदी शिक्षा विभाग ने की है, उसका स्टॉक पंजी भी उनके पास नहीं है। सूचना के अधिकार के तहत मांगी गई जानकारी में उन्होंने पेश नहीं किया है और ना ही उसके बारे में अधिकारी कुछ बता पा रहे हैं।