महासमुन्द

कांग्रेस नेता अंकित ने की कार्रवाई की मांग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
पिथौरा, 17 अप्रैल। वरिष्ठ कांग्रेस नेता व किसान संघर्ष समिति के संयोजक अंकित बागबाहरा ने बताया कि विगत खरीफ फसल में किसानों द्वारा करवाए गए फसल बीमा में किसानों को दिग्भ्रमित करते हुए बातों में प्रभावित कर किसानों को फसल बीमा हम दिलवा रहे हैं कह कर 20 से 25 फीसदी मिलने वाली रकम में कमीशन की मांग की जा रही है ।
इसकी शिकायत अंकित बागबाहरा ने लिखित में जिलाधीश की अनुपस्थिति में उनके कार्यालय में, कृषि डीडीए को व बीमा कंपनी के जिला प्रभारी वर्मा जी को की है और मामले की जांच कर कार्रवाई की मांग की है ।
अंकित ने आरोप लगाया कि प्रदेश की डबल इंजन सरकार के मुखिया भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की बात कर रहे हैं परन्तु ये सिर्फ बातों में है, आज प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में परेशान मेहनतकश किसानों से उनके खून पसीने से कमाई गई मेहनत पर डाका डालने का प्रयास हो रहा है और उसमें भी सबसे ज्यादा जिम्मेदार कृषि,राजस्व के साथ साथ सत्ता से जुड़े जनप्रतिनिधि और बीमा कंपनी के कर्मचारी तक इस भ्रष्टाचार में शामिल हैं।
इसका पता इसी से चलता है कि बकायदा लिस्ट लेकर वो किसानों से मिल रहे हंै कि आपके नाम से इतना पैसा आया है उसका 20 प्रतिशत हमें दो, जबकि आज दिनांक तक बागबाहरा कृषि विभाग के बीमा कंपनी की सूची प्राप्त नहीं हुई है। अंकित ने बताया कि बीमा कंपनी से सूची 4 अप्रैल को महासमुंद आ चुकी थी, परन्तु जानबूझकर आज दिनांक तक ब्लॉक कार्यालय में उपलब्ध नहीं करवाई गई है ।
इसका पता तब चला, जब पीडि़त किसान जिनको फसल बीमा मिला है उनसे ग्राम के व दूसरे ग्राम के लोग व्यक्तिगत मिल कर पैसे की मांग करने लगे और नहीं देने पर बीमा की राशि वापस ले ली जाएगी की बात भी हो रही है और अगर पैसे दे दोगे तो आगे दो तीन साल तक और पैसे दिलाने की गारंटी ले रहे हैं।
जबकि किसानों का फसल बीमा से प्राप्त पैसा उनके केसीसी की उधारी में कट गया है तो किसान आखिर पैसा कहां से लाएंगे?
अंकित ने कहा कि ऐसे लगभग 20 गांव को टारगेट किया गया है, और इसमें मोहंदी, कोलदा, आमानारा ,बरबसपुर, कोमा, कसहिबाहरा(फुलवारी) आदि के शामिल होने की जानकारी है, अगर किसानों को परेशान करना बंद नहीं किया गया तो वो उनके साथ आंदोलन करने मजबूर होंगे और किसानों से भी निवेदन किया कि ऐसे किसी भी दबाव में ना आएं और किसी को किसी प्रकार का पैसा फसल बीमा दिलाने के नाम पर ना देवें और कोई परेशान करता है तो मुझे तत्काल इसकी जानकारी देवें ।