‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 18 फरवरी। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू अक्टूबर अंत में रायपुर आई थीं। 26 फरवरी को उन्हें राष्ट्रपति भवन लौटे चार महीने होने जा रहे हैं। लेकिन उनके रायपुर दौरे को लेकर की गई ट्रैफिक बैरिकेटिंग अब तक आम लोगों के लिए मुसीबत बनी हुई है। 24अक्टूबर को राष्ट्रपति का दीनदयाल उपाध्याय आडिटोरियम में कार्यक्रम था। इसके लिए यातायात पुलिस ने जगह जगह सीमेंट कांक्रीट के विशाल बैरिकेड लगाकर रोड को बंद कर दिया था। लेकिन उन्हें अभी तक न हटाकर सडक़ को खोला ही नहीं गया है।
यह तस्वीर सरोना ब्रिज के पास की है। सरोना स्टेशन से रोज सैकड़ों यात्री इस रास्ते का इस्तेमाल करते हैं। यही नहीं सरोना चौक की सर्विस लेन जाम रहने पर गाडिय़ां इस रास्ते से गंतव्य की ओर आगे बढ़ जाती हैं। लेकिन सीमेंट की बेरिकेटिंग होने से मोटरसाइकिल से लेकर पैदल यात्री परेशान हो रहे हैं। ब्रिज के नीचे दोनों ओर सीमेंट का गर्डर लगाकर बंद कर दिया गया है। इस सर्विस रोड पर कार शो रूम की गाडिय़ां पार्किंग किये रहती हैं। कार लगेज करने वाले बड़े बड़े ट्रक सर्विस रोड पर खड़े रहते हैं। इस रोड से केंद्रीय विद्यालय सहित अनेक स्कूलों के बच्चे साइकिल, मोटरसाइकिल, बस, कार, आटो से जाते हैं। उन्हें बहुत असुविधा होती है। यातायात पुलिस सर्विस रोड को खाली कराने में कभी ध्यान नहीं देती। उल्टे ट्रेफिक को जिस सहायक मार्ग से सरल और सुलभ करने में मदद मिलती थी, उसे भी सीमेंट का गर्डर लगाकर बंद कर दिया गया है।
इतना ही नहीं केंद्र व राज्य सरकार के लोक निर्माण विभाग ने सरोना चौक में लोहे के क्रैश बैरियर लगा दिया है, जिससे चौक की चौड़ाई कम हो गई है। बायीं ओर मुडऩे वालों के लिये जगह सकरी हो गई है, जिसके कारण यातायात बाधित होते रहता है। धन्य हैं हमारे इंजीनियर और ट्रैफिक के ज्ञानी अफसर।