‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 24 जनवरी। खरसिया विकासखंड के ग्राम कोठीकुंडा स्थित धान केंद्र में किसानों के साथ खुलेआम धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। यहां सोसायटी प्रबंधक द्वारा किसानों से तय मात्रा से अधिक धान लिया जा रहा है। जिसकी शिकायत किसानों से मिलने के बाद एसडीएम ने सोसायटी में भौतिक सत्यापन के साथ जांच के निर्देश दिये हैं।
जानकारी के मुताबिक, सरकार के नियमानुसार प्रति बोरी 40 किलो 700 ग्राम धान लिया जाना चाहिए, लेकिन किसानों से 42-43 किलो तक धान लिया जा रहा है। इतना ही नहीं, हर बोरी पलटने के नाम से किसानों से 5 रुपये की अवैध वसूली भी की जा रही है। यह कार्रवाई सीधे तौर पर सरकार के नियमों का उल्लंघन है और किसानों के आर्थिक हितों पर चोट कर रही है।
मामले की गंभीरता को देखते हुए खरसिया की एसडीएम प्रियंका वर्मा ने तत्काल संज्ञान लिया और फूड इंस्पेक्टर बनवाली यादव को जांच के निर्देश दिए। प्रारंभिक जांच में फूड इंस्पेक्टर ने लीपापोती वाली जवाब की पुष्टि किए और प्रबंधक को कार्यवाही से बचाने का पूरा कोशिश किया गया।
किसानों का कहना है कि धान खरीदी प्रक्रिया में भ्रष्टाचार लंबे समय से चल रहा है। ऐसे में प्रशासन से मांग है कि दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए और किसानों को न्याय मिले।