कवासी को हर माह 2 करोड़ मिलते थे, शराब सिंडिकेट से- ईडी वकील
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 16 जनवरी। पूर्व मंत्री कवासी लखमा को बुधवार शाम अपनी रिमांड पर लेने के बाद ईडी के अफसरों ने कल देर रात तक पूछताछ की। इसके बाद ईडी ने कवासी के सीए, अन्य करीबियों राजू जगन्नाथ साहू, सुशील ओझा और ठेकेदार रामभुवन भदौरिया को भी नोटिस भेजकर तलब किया है। दूसरी ओर कवासी की गिरफ्तारी और रिमांड को लेकर हुई बहस के हवाले से ईडी के अधिवक्ता सौरभ पांडेय ने वह सारे कारण बताए जिनकी वजह से कवासी को गिरफ्तार किया गया ।
पांडे ने बताया कि उन्होंने जांच में सहयोग नहीं किया। इसके साथ ही जो साक्ष्य हैं उन्हें नष्ट करने की कोशिश हो सकती है। ऐसे में उन्हें गिरफ्तार किया गया है।
शराब घोटाले में जो जांच चल रही है। उसमें अरविंद सिंह ने अपने बयान में बताया था कि शराब कार्टल से 50 लाख रुपये महीने का पेमेंट कवासी लखमा को किया जाता था। वहीं, अरुणपति त्रिपाठी ने अपनी गवाही में बताया था कि पांच लाख रुपये के अलावा हर महीने मंत्री को डेढ़ करोड़ रुपये और दिया जाता था। इस तरह से हर महीने मंत्री को शराब कार्टल से 2 करोड़ रुपये मिलते थे। यही नहीं करीब 36 महीने तक यह घोटाला चला इस हिसाब से मंत्री को 72 करोड़ रुपये मिले हैं।
जांच में पता चला है कि एक्साइज विभाग में अफसर इकबाल खान और जयंत देवांगन ने भी इस बात की पुष्टि की है कि पैसे की व्यवस्था करके पैसे कवासी लखमा को भेजते थे। सुकमा में इन बैग को कन्हैयालाल कुर्रे कलेक्ट करते थे। जगन्नाथ साहू और इनके बेटे हरीश लखमा के यहां जब सर्चिंग की गई डिजिटल सबूत मिले थे। इस डिजिटल साक्ष्य की जब जांच हुई तो सामने आया कि इस पैसे का उपयोग बेटे का घर बनाने और सुकमा में कांग्रेस भवन बनवाने में किया गया है।
कवासी की ओर से अधिवक्ता फैसल रिजवी ने कहा कि कोर्ट ने एक ही प्रश्न पूछा कि मकान बनाने के लिए 80 लाख रूपए कहां से मिले। कवासी ने कोर्ट को बताया कि लोन लिया था। 15लाख जमा पूंजी थी, 15लाख बेटे से लिए थे।
ट्राइबल नेता से अपराध कराने वाला मास्टरमाइंड नहीं बचेगा- नवीन
रायपुर, 16 जनवरी। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के चुनाव के लिए रायपुर पहुंचे प्रदेश प्रभारी नितिन नवीन ने पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा की गिरफ्तारी पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को आड़े हाथों लेते हुए निशाना साधा है। नितिन नबीन ने कहा कि ट्राइबल आदमी से अपराध कराया गया। मास्टरमाइंड पीछे बैठा है। कानून इतना मजबूत है कि मास्टरमाइंड को जल्द ही पकड़ निकालेगा। दिखता है कि ट्राइबल के प्रति आपकी क्या सोच है। यह दिखाता है कि ट्राइबल को लेकर भूपेश बघेल की क्या सोच है। आप किस चीज के लिए जाने जाते हैं। इस अपराध का जनक बचेगा नहीं।
डिप्टी सीएम अरूण साव ने कहा-लखमा से कौन साइन करवाता था यह भी उजागर होगा। हस्ताक्षर के लिए कौन बाध्य करता था यह भी पता चल जाएगा। घोटाले में जो भी शामिल होगा सभी पर कार्रवाई होगी।
सबूत है तो कार्रवाई करें-सिंहदेव
पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंह ने कहा कि ईडी की कार्रवाई की प्रक्रिया को ही सजा बना दी गई है। लंबे समय तक बेल नहीं होती। केवल आरोप लगते रहते हैं। ईडी के पास सबूत है तो गिरफ्तार क्यों नहीं करती, आरोप क्यों लगाती है। महादेव सट्टा ऐप में भी आरोप लगाए गए सबूत नहीं मिले। भूपेश बघेल को टारगेट करने पर सिंहदेव ने कहा भूपेश बघेल पहले से ही टारगेट में है चार्जशीट में भी नाम है। सबूत है तो कार्रवाई क्यों नहीं करते।