‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 15 जनवरी। मकर संक्रांति पर समलाई घाट में केलो महतारी महाआरती की गई। सर्वप्रथम समलाई माता की पूजा-अर्चना करने के पश्चात सदस्यों ने घाट स्थित केलो मैया के मंदिर में भव्य बाजे - गाजे कीर्तन भजन के साथ शाम 6 बजे पंडितों के सानिध्य में पूजा - अर्चना हजारों श्रद्धालुओं ने की। इसके पश्चात समूचा स्थल केलो मैया के जयकारे से गूंजित हो गया।
ज्ञात हो कि छत्तीसगढ़ सांस्कृतिक मंच केलो उद्धार समिति के सदस्य आठ वर्षों से समलाई घाट में समाज को पर्यावरण व जल स्वच्छता संरक्षण का संदेश देने के उद्देश्य से केलो महतारी की महाआरती का भव्य आयोजन कर रहे हैं। इस वर्ष भी मकर संक्रांति पर शाम को समलाई घाट में केलो महतारी की महाआरती छत्तीसगढ़ सांस्कृतिक मंच केलो उद्धार समिति के सदस्यों, राज्यसभा सांसद देवेंद्र प्रताप सिंह और गणमान्य नागरिकों व शहरवासियों की उपस्थिति में किया गया।
इस बार भी केलो नदी में खूबसूरत व भव्य भगवान शिवलिंग की स्थापना की गई। जिसकी विधिवत पूजा - अर्चना की गई। इसके पश्चात ओडिशा से शिरकत किए चार कलाकारों द्वारा विशेष महाआरती की गई, जो आकर्षण का केंद्र रहा। महाआरती में उपस्थित लोगों ने पर्यावरण व जल को संरक्षित करने का भी संकल्प लिया।
समलाई घाट में मेला सा माहौल रहा, वहीं केलो मैया पूजा - अर्चना के बाद शानदार आर्केस्ट्रा का आयोजन किया गया, जिसमें स्थानीय कलाकार दीपक आचार्य, विजय शर्मा, संजय चैहान सहित अनेक कलाकारों ने एक से बढक़र एक मधुर भजन गीत सुनाकर देर रात तक उपस्थित हजारों लोगों को निहाल किया।
मेले सा माहौल
समलाई घाट में शाम चार बजे से रात नौ बजे तक मेला सा माहौल रहा। इस भव्य आयोजन में शहर के गणमान्य नागरिकों के अतिरिक्त शहरवासी व दूर - दराज से आए हुए लोग शामिल हुए। इसी तरह पूरे घाट परिसर में शहर के विभिन्न सामाजिक संस्था के सदस्यों ने स्टॉल लगाकर मकर संक्रांति पर तिल, गुड़, चाय बिस्किट का प्रसाद हजारों लोगों को बांटे। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में छत्तीसगढ़ सांस्कृतिक मंच केलो उद्धार समिति के सभी सदस्यों का सराहनीय योगदान रहा। वहीं पुलिस विभाग के कर्मचारी भी जन सुरक्षा कार्य में समर्पित रहे।