रायपुर, 3 दिसंबर। एनआईटी राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान ने अपना 20वां स्थापना दिवस मनाया गया। शासकीय अभियांत्रिकी महाविद्यालय के रूप में स्थापित इस प्रतिष्ठित संस्थान को 1 दिसंबर 2005 एनआईटी का दर्जा प्राप्त हुआ। गोदावरी पॉवर एंड इस्पात एमडी बी. एल. अग्रवाल मुख्य अतिथि रहे। छत्तीसगढ़ टेलीकॉम सर्कल के सीजीएम विजय कुमार छ्बलानी कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि रहे। मौलाना आज़ाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान भोपाल के निदेशक डॉ. के. के. शुक्ला विशेष अतिथि रहे। समारोह की अध्यक्षता एनआईटी रायपुर के निदेशक डॉ. एन. वी. रमना राव ने की।
एप्लाइड जिओलोजी विभाग के प्रोफेसर प्रभात दीवान ने एनआईटी रायपुर अटल रैंकिंग, इनोवेशन सेंटर, सीड ग्रांट, प्रमुख अनुसंधान परियोजनाओं और एनईपी 20 व विजन 30 के कार्यान्वयन को रेखांकित किया। इसके बाद डॉ. रमना राव ने संस्थान की यात्रा पर विचार करते हुए बौद्धिक विकास, प्रतिभा संवर्धन और रचनात्मकता पर जोर दिया।
इसके बाद के.के. शुक्ला ने संस्थान की उपलब्धियों के लिए सभी को बधाई दी ।
श्री छ्बलानी ने अपने छात्र जीवन से सीखे गए महत्वपूर्ण मूल्यों को याद किया । उन्होंने अपने शिक्षकों का आभार व्यक्त किया, जिन्होंने उनकी जिज्ञासा को बढ़ावा दिया और आजीवन शिक्षा और कठिन मेहनत पर जोर दिया। मैन्युअल टेलीफोन से लेकर 4त्र और 5त्र तक के परिवर्तन को देख चुके छबलानी ने छात्रों को चुनौतियों को अपनाने, अपने आरामदायक क्षेत्र से बाहर निकलने और निरंतर सुधार करने के लिए प्रेरित किया।
श्री अग्रवाल ने भी अपने छात्र जीवन के संघर्षों को याद करते हुए विफलताओं से सीखने और निरंतर सुधार की महत्ता पर जोर दिया।
कार्यक्रम के दौरान सर्वश्रेष्ठ विभाग पुरस्कार सिविल अभियांत्रिकी विभाग को, सर्वश्रेष्ठ शोधकर्ता पुरस्कार डॉ. दिलीप सिंह सिसोदिया, एसोसिएट प्रोफेसर, कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग विभाग को, यंग अचीवर एलुमनस अवार्ड 2009 बैच की छात्रा डॉ. दिव्या अग्रवाल को, विशिष्ट एलुमनस अवार्ड 1987 बैच की छात्रा डॉ. अनीता गुप्ता (जैन), और 1990 बैच के डॉ अरविन्द कुमार मिश्रा को दिया गया। इसके अतिरिक्त, फैकल्टी मेम्बर्स और छात्रों को उनके शैक्षिक और खेलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन व छात्रवृत्तियाँ प्राप्त करने के लिए सम्मान किया गया ।