दुर्ग

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 27 नवंबर। जिले में अब चना बीज को लेकर किल्लत की स्थिति है बोनी की तैयारी कर चुके किसान समितियों बीज के लिए चक्कर काट रहे हैं मगर समिति में बीज नहीं होने से उन्हें खाली हाथ लौटना पड़ रहा है। जिले में 3100 क्विंटल चना बीज की मांग है मगर अब तक कुल उपलब्धता मात्र 2260,50 क्विंटल की है। इनमें 2030.60 क्विंटल बीज का समितियों में भण्डारण किया जा चुका है। वर्तमान में बीज निगम के रुआबांधा प्रक्रिया केन्द्र में भी मात्र 143 क्विंटल चना बीज शेष है।
ग्राम बरहापुर के किसान एवं सहकारी समिति के पूर्व अध्यक्ष बलराम पटेल का कहना है कि बरहापुर सहकारी समिति में चना बीज के साथ गेहूं भी उपलब्ध नहीं है जो आया था वह बिक चुका है। बरहापुर सहकारी समिति सहायक शेखर वर्मा ने बताया कि 40 क्विंटल और चना बीज की मांग किए हैं। इसी प्रकार कन्हारपुरी समिति सहायक पवन पटेल का कहना है कि उनकी समिति एक सप्ताह से चना बीज नहीं है। वहीं खिलोराकला समिति में भी चना बीज नहीं है। दोनों जगह के लिए कुल 12 क्विंटल चना बीज की मांग किए हैं। मार्केटिंग पेन्ड्री के गजानंद साहू ने चना बीज नहीं होने की बात कही। उनका कहना कि बीज की मांग कर चुके हैं। किसान दानेश्वर साहू का कहना है कि आसपास अनेक सहकारी समितियों में बीज उपलब्ध नहीं है। रबी बोनी का कार्य गति पकड़ चुका है मगर किसान बीज के लिए भटक रहे हैं।
जानकारी के अनुसार जिले में रबी सीजन में विभिन्न फसलों की कुल 11390 क्विंटल बीज की मांग है। इसके विरुद्ध कुल उपलब्धता 8171 क्विंटल की है। इनमें 7315 क्विंटल समितियों भेजे जा चुके है। वर्तमान में प्रक्रिया केन्द्र में 465 क्विंटल बीज शेष है।
गेहूं की 8000 क्विंटल बीज चाहिए मगर अब तक शुद्ध उपलब्धता 5435 क्विंटल की इनमें 5170 क्विंटल समितियों भण्डारित किए गए हैं। वहीं 248 क्विंटल का नगद वितरण के बाद प्रक्रिया केन्द्र में मात्र 16 क्विंटल गेहूं बीज शेष है। बीज प्रबंधक रुआबांधा प्रक्रिया केन्द्र एस के बेहरा का कहना है कि बुधवार को 50 क्विंटल बीज धमधा क्षेत्र जाएगा इसमें 40 क्विंटल बरहापुर भेजा जा रहा है।