‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दंतेवाड़ा, 8 जुलाई। जिला मुख्यालय में भी छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी संयुक्त मोर्चा द्वारा शुक्रवार को 5 सूत्रीय मांगों को लेकर आंवरा भाटा स्थित दुर्गा मंडप में एक दिवसीय सांकेतिक हड़ताल की गई। इसके फलस्वरूप कार्यालयों में सन्नाटा छाया रहा।
संयुक्त मोर्चा की मुख्य मांगों में समस्त कर्मचारियों को चार स्तरीय वेतनमान प्रदान किया जाए। संविदा अनियमित और दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को निमित्त किया जाए। राज्य कर्मचारियों व पेंशनरों को केंद्र के समान देय तिथि से महंगाई भत्ता स्वीकृत किया जाए। प्रदेश के कर्मचारियों की विभिन्न मांगों को लेकर गठित पिंगुआ समिति एवं सामान्य प्रशासन विभाग के सचिव की अध्यक्षता में वेतन विसंगति हेतु समिति की रिपोर्ट को सार्वजनिक करें। छठवें वेतनमान के आधार पर दे गृह भाड़ा भत्ता को सातवें वेतनमान के आधार पर केंद्रीय दर अनुसार पुनरीक्षित करें। पुरानी पेंशन योजना का लाभ दिलाने हेतु प्रथम नियुक्ति तिथि से सेवा गणना की जाए और पूर्ण पेंशन का लाभ हेतु पूर्व निर्धारित सेवा अवधि 33 वर्ष के स्थान पर 25 वर्ष किया जाए।
इस दौरान संयुक्त मोर्चा के पदाधिकारियों ने जमकर हल्ला बोला। बीपी मिश्रा ने कहा कि प्रदेश सरकार के दिन पूरे हो गए हैं आगामी विधानसभा चुनाव में प्रदेश की जनता सरकार को सबक सिखाएगी। कार्यकारी अध्यक्ष अरविंद यादव ने भी कर्मचारियों को संबोधित किया। उन्होंने शासन से 5 सूत्रीय मांगों को शीघ्र पूर्ण की जाने की अपील की। इस दौरान बड़ी संख्या में अधिकारी व कर्मचारी धरना स्थल पर मौजूद थे।