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रायपुर, 9 दिसंबर। हिदायतुल्लाह नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी ने बताया कि अपने सेंटर फॉर डब्लू टी ओ एंड डब्लू आई पी ओ स्टडीज, स्कूल ऑफ लॉ एंड टेक्नोलॉजी और यूएनसीआईटी -आरसीएपी) के सहयोग से, यूएनसीआईटी एशिया पैसिफिक डेज़ 2024) के अंतर्गत इंटरनेशनल सिंपोजिय़म ऑन ग्लोबल ट्रेड डायनामिक्स: डिजिटल इकॉनमी एंड द रूल ऑफ लॉ का 6 दिसंबर 2024 को ऑनलाइन मोड में सफलतापूर्वक समापन किया।
यूनिवर्सिटी ने बताया कि इस संगोष्ठी का उद्देश्य एशिया-प्रशांत क्षेत्र में डिजिटल परिवर्तन के लिए कानूनी ढाँचे को मजबूत करने तथा अंतर-विषयी संवाद को प्रोत्साहित करने के लिए रणनीतियों का अन्वेषण करना था। यह कार्यक्रम सेंटर फॉर डब्लू टी ओ एंड डब्लू आई पी ओ स्टडीज के प्रमुख डॉ. अंकित अवस्थी द्वारा विचारित और संचालित किया गया, जिन्होंने सत्रों और अपेक्षित परिणामों का अवलोकन प्रस्तुत किया।
यूनिवर्सिटी ने बताया कि उद्घाटन सत्र में एचएनएलयू कुलपति एवं कंसोर्टियम ऑफ एन एल यू के अध्यक्ष प्रो. विवेकानंदन, ने डेटा प्राइवेसी, साइबर सिक्योरिटी, आई पी प्रोटेक्शन, डिजिटल डिवाइड तथा डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म के नियमन जैसी महत्वपूर्ण कानूनी चुनौतियों को रेखांकित किया। मुख्य अतिथि सुश्री अठिता कोमिंद्र, प्रमुख, यूएनसीआईटीआरएएल -आरसीएपी ने डिजिटल अर्थव्यवस्था के लिए समरस कानून फ्रेमवर्क विकसित करने में यूएनसीआईटीआरएएल के प्रयासों पर प्रकाश डाला, और वैश्विक कानूनी एकरूपता का समर्थन करने के लिए महत्वपूर्ण सिद्धांतों और परियोजनाओं पर जोर दिया।
यूनिवर्सिटी ने बताया कि सम्माननीय अतिथि प्रो. (डॉ.) जेम्स जे. नेडुमपारा, प्रोफेसर एवं प्रमुख, सेंटर फॉर ट्रेड एंड इन्वेस्टमेंट लॉ, आईआईएफटी ने विकसित होती डिजिटल अर्थव्यवस्था और वैश्विक व्यापार पर इसके प्रभाव की चर्चा की। उन्होंने डिजिटल ट्रेड, डेटा फ्लोज़और इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी पर स्पष्ट नियमों की आवश्यकता पर बल दिया, साथ ही भारत की प्रगति, क्षमता निर्माण तथा अंतरराष्ट्रीय सहयोग के महत्व को रेखांकित किया। उद्घाटन के बाद ई-गवर्नेंस एंड द रूल ऑफ लॉ: स्ट्रेंग्थेनिंग लीगल इंफ्रास्ट्रक्चर फॉर डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन इन द एशियन पैसिफिक विषय पर पैनल चर्चा हुई।